छन्दाश्रित ऐसे छंद हैं जो बहुत लोकप्रिय हो गए हों और कवियों द्वारा विशेष रूप से अपनाये गये हों तथा जिनके नाम पर कवियों ने अपने मुक्तकों के कोश या संग्रह का नाम भी रखा हो। जैसे दोहा छंद पर अपभ्रंश में राम सिह ने पाहुड़दोहा नामकी रचना लिखी। हिंदी में इसी तरह की रचना ढोलामारुरा दुहा है। तुलसीदास ने भी दोहों के संग्रह का नाम दोहावली रखा। इसी तरह गुंडलिया छंद पर गिरधरदास ने कुंडलिया-गिरधरदास लिखा

सहायक पुस्तकें संपादित करें

  • हिंदी साहित्य कोश (भाग 1):पारिभाषिक शब्दावली, ज्ञानमंडल लिमिटेड, वाराणसी, २000