छाजन त्वचा की एक स्थिति है जिससे सूखी, खुरदरी, अत्यंत खुजलीदार त्वचा के धब्बे पैदा होते हैं। छाजन सामान्यतः अति संवेदनशीलता, अलर्जी से उत्पन्न होता है जिससे कि सूजन पैदा होती है। सूजन से त्वचा में लालीपन, खुजली और खुरदरापन आ जाता है। छाजन से त्वचा में खुजलीदार, सूखे, लाल धब्बे पड़ते हैं। खुजली से गर्मी, तनाव या खरोंच लगने से स्थिति और अधिक बिगड़ जाती है। यह बच्चों और शिशुओं में अधिक पाया जाता है। तथापि अधिक आयु के बच्चों और अधेड़ों में भी छाजन देखा जा सकता है। ये धब्बे अधिकांश घुटनों के पीछे, कोहनी के मोड़ों पर, कलाईयों और गला, कलाईयों और पैरों पर पाए जाते हैं। शिशुओं के गालों पर दोदरों के रूप में आरंभ होते देखे जा सकते हैं। कुछ महीनों के पश्चात दोदरे हाथों और पैरों पर भी उभर आते हैं। छाजन उन लोगों में सामान्यतः अधिक पाया जाता है जिनको अस्थमा या तेज बुखार आ चुका होता है। यह उस व्यक्ति में भी पाया जाता है जिनके परिवार में छाजन परागत ज्वर या अन्य श्वसन अलर्जी का इतिहास होता है।

'छाजन'
वर्गीकरण एवं बाह्य साधन
माइल्ड डर्मेटाइटिस
आईसीडी-१० L20.-L30.
आईसीडी- 692
ओएमआईएम 603165
डिज़ीज़-डीबी 4113
मेडलाइन प्लस 000853
ईमेडिसिन Derm/38  Ped/2567
एम.ईएसएच D004485

इसके अनेक उपादान होते हैं और यह एक व्यक्ति से दूसरे के बीच अलग-अलग हो सकता हैः

  • पर्यावरण उपादानों के साथ अनाश्रित खुलापन (साबुन, प्रक्षालक, क्लोरीन तथा अन्य उत्तेजक पदार्थ)
  • कुछ खाद्य पदार्थों से लक्षणों की स्थिति बिगड़ सकती है (दूध, अंडे)
  • तनाव भी एक उपादान होता है।
  • शुष्क जलवायु और सूखी त्वचा से स्थिति बिगड़ सकती है।
 
हाथों पर छाजन

उपर्युक्त अतिशीघ्र प्रेरक उपादानों से बचाव करके इसके बढ़ते लक्षणों को कम किया जा सकता है। परिवार और व्यक्तिगत एलर्जी से संबंधित स्थितियों में शारीरिक परीक्षण विवरण तथा आवश्यक होने पर अन्य जाँच पड़ताल के माध्यम से निदान किया जाता है। कभी-कभी त्वचा का नमूना लेकर जाँच (बायोप्सी) तथा आवश्यक होने पर खून की भी जाँच कराई जा सकती है।

  • संक्रमण
  • दाग
  • सूजन के बाद हाइपोपिगमेंटेशन
  • लक्षणों को बिगाड़ने वाले उत्तेजकों से बचें
  • घावों को कुरेदें नहीं
  • अधिक समय तक स्नान न करें और देरी तक स्नानघर में न रहें
  • साबुन का प्रयोग कम से कम करें (बबल स्नान न करें)
  • सामान्यतः प्रयोग में लायी जाने वाली चिकित्सा औषधि में, सामयिक और मौखिक स्टेरॉयड, जो घाव बह रहे हों या तेज खुजली आती हो, उनके लिए लोशन (व्याइंटनेन्ट) शामिल है, कोल-तार सम्मिश्रण मलहम, मोटे पड़े धब्बों के लिए सूजन और खुजली कम करने तथा सहायक संक्रमण के लिए एंटी बायोटिक का प्रयोग किया जाता है।

टोपीकल स्टेरॉयड मलहम और मौखिक स्टीरोयोड त्वचा या सहायक त्वचा स्थिति में और अधिक चिड़चिड़ाहट बढ़ा सकते हैं। प्रयोग किये जा रहे एंटीबायोटिक के आधार पर कई प्रकार के पश्च प्रभाव हो सकते हैं। एंटीहिस्टामाइन से उनींदापन आता है।