छित्तराज उत्तरी कोंकण के शिलाहार शासक था। उन्होने १०२२ ई से १०३५ ई तक शासन किया।

अपने चाचा अरिकेसरी की मृत्यु के बाद छित्तराज गद्दी पर बैठा। वह कला और साहित्य का संरक्षक था। कल्याण के निकट अम्बरनाथ का भव्य शिवमंदिर छित्तराज द्वारा निर्मित है। उदयसुंदरी कथा के रचयिता सोड्ढाल उसके ही दरबार में रहते थे।


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