छोटी असेम्बली
१९४७ में सुरक्षा परिषद् में स्थाई सदस्यों के उग्र विरोध और वीटो के प्रयोग के कारण ऐसा गतिरोध उत्पन्न हो गया कि सुरक्षा परिषद् के द्वारा युद्घ और आक्रमणों कि आशंकाओ से भयभीत विश्व को नवीन परिस्थिति का सामना करने के लिए १३ नवम्बर १९४७ को अंतरिम समिति नामक एक सहायक अंग स्थापित किया। इसे छोटी असेम्बली कहा जाता है। यह महासभा का सामान्य अधिवेशन न होने कि दशा में उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले प्रश्नों पर विचार करती है। महासभा के प्रत्येक सदस्य को इसमें एक सदस्य भेजने का अधिकार है। आरम्भ में यह दो बार एक वर्ष के लिए बने गयी थी। नवम्बर १९४९ में इसे निश्चित अवधि के लिए पुनःस्थापित किया गया। सन् १९५२ के बाद इसकी कोई बैठक नहीं हुई है।