जगन्नाथ तर्कपंचानन (1694-1807) प्रसिद्ध बंगाली पंडित थे। हुगली (त्रिवेणी) में इनका जन्म हुआ। ये बड़े ही प्रतिभाशाली थे। इनके पांडित्य पर मुग्ध होकर तत्कालीन वर्धमान नरेश तथा मुर्शिदाबाद के नवाब ने इन्हें अनेक पारितोषिक प्रदान किए थे। "विवाद मंगार्णव सेतु" तर्कशास्त्र पर इनका प्रामाणिक ग्रंथ है। कहा जाता है, इन्होंने अनेक ग्रंथों की रचना की लेकिन इस समय रामचरितनाटक के अतिरिक्त कुछ उपलब्ध नहीं है। 113 वर्ष की आयु भोगने के बाद इनकी मृत्यु हुई।