जगन्नाथ प्रसाद दास
जगन्नाथ प्रसाद दास (१९३६) ओड़िया के प्रसिद्ध कवि व नाटककार हैं। उनका पहला कविता संग्रह प्रथम पुरुष १९७१ में प्रकाशित हुआ था। उन्होंने ओड़िया चित्रकला पर शोध किया है। उनके अन्य सबु मृत्यु जे जाहार, निर्जनता, सबा शेष लोक और असंगत नाटक प्रकाशित हुए हैं। १९१९ में आह्निक कविता संग्रह पर उन्हें साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित किया गया है।[1]
जगन्नाथ प्रसाद दास | |
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जन्म | 1936 पुरी, ओडिशा |
दूसरे नाम | जे पी, जे पी दास |
भाषा | ओड़िया, अंग्रेजी |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
नागरिकता | भारतीय |
उच्च शिक्षा | रावेन शाह युनिवर्सिटी |
काल | 1960s |
विधा | कविता |
उल्लेखनीय कामs | परिक्रमा (कविता) जे जाहर निर्जनता |
खिताब | सरस्वती सम्मान, साहित्य अकादमी अवार्ड (2006) |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ समकालीन भारतीय साहित्य (पत्रिका). नई दिल्ली: साहित्य अकादमी. जनवरी मार्च १९९२. पृ॰ १९०.
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में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद);|access-date=
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(मदद)
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