जटाशंकर, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला में विजावर तहसील के पास स्थित एक 14 वीं शताब्दी का शिव मंदिर है जो हिन्दू मन्दिर है। [1]यह छतरपुर से 50 किलोमीटर दूर है। गुफा में भगवान शंकर का मन्दिर है और हिन्दुओं का तीर्थ है।[2]

इस मंदिर पर तीन छोटे-छोटे जल कुंड हैं, जिनका जल कभी खत्म नहीं होता। विशेष बात यह है कि इन कुंडों के पानी का तापमान हमेशा मौसम के विपरीत होता है। [3] ठंड में इनका पानी गर्म होता है, वहीं गर्मी में जल शीतल होता है। इन कुंडों का पानी कभी खराब भी नहीं होता। लोगों का मानना है कि यहां के पानी से स्नान करने से कई बीमारियां खत्म हो जाती हैं। यही कारण है कि जो भी श्रद्धालु यहां आता है, वह कुंड के पानी से स्नान जरूर करता है। लोग यहां के जल को अपने साथ घर भी ले जाते हैं।[4]

जटाशंकर मन्दिर

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "जब रहस्यमयी कुंडो ने बदल दी थी कुख्यात की जिंदगी". मूल से 5 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 सितंबर 2017.
  2. "Jatashankar Mahadev Temple : घने जंगल-पहाड़ियों व गिरते सुदंर झरने के बीच जटाशंकर महादेव के करें दर्शन,औषधीय गुणों से संपन्न कुंड के जल का विशेष महत्व". Yugantar Pravah. अभिगमन तिथि 27 July 2023.
  3. जटाशंकर धाम का इतिहास
  4. बुंदेलखंड का केदारनाथ है छतरपुर जिले का जटाशंकर धाम