जनसाधारण या साधारण लोग या आम आदमी (अंग्रेज़ी: common man, कॉमन मैन) किसी देश या समाज के वह लोग होते हैं जो किसी सम्भ्रांत वर्ग के सदस्य न हों, यानि उनके पास कोई विशेष या असाधारण सम्पत्ति, अधिकार, सम्मान, राजनैतिक शक्ति, सरकारी पद, प्रतिष्ठा, इत्यादि न हो। साधारण लोगों की अवधारणा में उनका बहुसंख्यक होना भी शामिल है।[1][2]

भारतीय लेखक आर के लक्ष्मण की "जनसाधारण" (कॉमन मैन) की परिकल्पना पर आधारित पुणे में खड़ी एक मूर्ति

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. The common people: a history from the Norman Conquest to the present, J. F. C. Harrison, Fontana Press (1989)
  2. The concept of class: a historical introduction, Peter Calvert, Palgrave Macmillan (1985)