जयसिंह प्रथम (पूर्वी चालुक्य)

जयसिंह प्रथम (६४१-६७३ ई.) विष्णुवर्धन का पुत्र था। कुब्ज विष्णुवर्धन के पश्चात वह गद्दी पर बैठा और ३२ वर्ष की लम्बी अवधि तक शासन किया। वह भागवत था। 'सर्वसिद्धि' उसका विरुद था। उसके राज्यकाल की कोई राजनीतिक घटना विदित नहीं हैं। किंतु वह स्वयं विद्वान् था। असनपुर में उच्च शिक्षा का विद्यालय (घटिका) था। उसका एक अभिलेख तेलुगु के प्राचीनतम उपलब्ध अभिलेखों में से एक है।

उसके बाद उसका छोटा भाई इन्द्र भट्टारक सिंहासन पर बैठा।