जसुबेन शिल्पी अथवा जसु शिल्पी[3] (१० दिसम्बर १९४८ – १४ जनवरी २०१३) एक भारतीय कास्य-मूर्तिकार थीं। उन्होंने अपने जीवन में ५२५ अर्धप्रतिमाएँ और २२५ बड़ी प्रतिमाओं का निर्माण किया। उन्होंने लोकप्रिय रूप से "भारत की कास्य महिला" के नाम से जाना जाता था।[4]

जसुबेन शिल्पी
जन्म १९ दिसम्बर १९४८[1]
मौत जनवरी 14, 2013(2013-01-14) (उम्र 64 वर्ष)[2]
मौत की वजह हृदयघात
राष्ट्रीयता भारतीय
पेशा कास्य मूर्तिकार
वेबसाइट
जसु शिल्पी का आधिकारिक जालस्थल

जीवनवृत्ति

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उन्होंने अपने जीवन में ५२५ अर्धमूर्तियाँ और २२५ बड़े आकार की प्रतिमाओं का निर्माण किया। उनके कार्यों में मोहनदास कर्मचन्द गाँधी, रानी लक्ष्मीबाई, स्वामी विवेकानन्द और वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमाएँ भी शामिल हैं। उनके द्वारा निर्मित मूर्तियाँ विभिन्न भारतीय राज्यों जैसे तमिल नाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, बिहार, उत्तराखण्ड में स्थापित हो चुकी हैं। उन्होंने अहमदाबाद नगर निगम से अनुबंध करके विभिन्न मूर्तियों का निर्माण किया जिन्हें नगर में स्थापित किया गया।[2] उनके द्वारा निर्मित मोहनदास क्रमचन्द गाँधी और मार्टिन लूथर किंग की मूर्तियाँ फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, जैक्सनविले, शिकागो और शेर्लोट का नगर, नॉर्थ केरोलिना में स्थापित किया गया।[4]

जसुबेन का १४ जनवरी २०१३ को पूर्णहृदरोध के कारण निधन हो गया।[2]

  1. "Tallest Bronze Statue Made by a Woman" [सबसे विशाल कास्य प्रतिमा का निर्माण एक महिला ने किया] (अंग्रेज़ी में). मिराकल्स वर्ल्ड रिकॉर्ड. मूल से 28 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ अप्रैल २०१४.
  2. "The Bronze Woman of India passes away" [भारत की कास्य महिला चल बसी]. द इण्डियन एक्सप्रेस (अंग्रेज़ी में). मूल से 23 मार्च 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ अप्रैल २०१३.
  3. "End of bronze era; Jasuben bids adieu" [कास्यकाल का अन्त; जसुबेन की विदाई]. डीएनए इण्डिया (अंग्रेज़ी में). मूल से 10 फ़रवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ अप्रैल २०१४.
  4. "Renowned sculptor Jasuben Shilpi passes away in Gujarat" [प्रख्यात मूर्तिकार जसुबेन शिल्पी गुजरात में चल बसी]. द हिन्दू (अंग्रेज़ी में). मूल से 19 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ अप्रैल २०१४.

बाहरी कड़ियाँ

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