ज़ाकिर हुसैन (संगीतकार)
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उस्ताद ज़ाकिर हुसैन (जन्म - 9 मार्च 1951) भारत के सबसे प्रसिद्ध तबला वादक हैं। ज़ाकिर हुसैन तबला वादक उस्ताद अल्ला रक्खा के बेटे हैं।
जाकिर हुसैन Zakir Hussain | |
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![]() ज़ाकिर हुसैन - कोणार्क नाट्य मण्डप, उड़ीसा (२०१२ में ) | |
पृष्ठभूमि की जानकारी | |
जन्म | 9 मार्च 1951 |
मूल | मुम्बई, भारत |
शैलियां | शास्त्रीय संगीत, ज्याज फ्यूजन, विश्व संगीत |
तबला वादन | |
वाद्ययंत्र | तबला |
सक्रिय वर्ष | 1963–हाल |
लेबल | HMV |
संबंधित कार्य | Remember Shakti |
जालस्थल | www |
ज़ाकिर हुसैन को भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में सन् 1988 में पद्मश्री तथा सन् 2002 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं।
जीवन परिचयसंपादित करें
ज़ाकिर हुसैन का बचपन मुंबई में ही बीता। 12 साल की उम्र से ही ज़ाकिर हुसैन ने संगीत की दुनिया में अपने तबले की आवाज़ को बिखेरना शुरू कर दिया था। प्रारंभिक शिक्षा और कॉलेज के बाद ज़ाकिर हुसैन ने कला के क्षेत्र में अपने आप को स्थापित करना शुरू कर दिया। 1973 में उनका पहला एलबम लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड आया था। उसके बाद तो जैसे ज़ाकिर हुसैन ने ठान लिया कि अपने तबले की आवाज़ को दुनिया भर में बिखेरेंगे। 1973 से लेकर 2007 तक ज़ाकिर हुसैन विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समारोहों और एलबमों में अपने तबले का दम दिखाते रहे। ज़ाकिर हुसैन भारत में तो बहुत ही प्रसिद्ध हैं साथ ही साथ ही विश्व के विभिन्न हिस्सों में भी समान रूप से लोकप्रिय हैं।
सम्मान और पुरस्कारसंपादित करें
1988 में जब उन्हें पद्म श्री का पुरस्कार मिला था तब वह महज 37 वर्ष के थे और इस उम्र में यह पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी थे। इसी तरह 2002 में संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण का पुरस्कार दिया गया था। ज़ाकिर हुसैन को 1992 और 2009 में संगीत का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रैमी अवार्ड भी मिला है।
सन्दर्भसंपादित करें
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
बाहरी कड़ियाँसंपादित करें
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