ज़ाहा हदीद

ईराक़ी-ब्रिटिश वास्तुकार एवं चित्रकार

डेम[a] ज़ाहा मोहम्मद हदीद DBE RA (31 अक्टूबर 1950 - 31 मार्च 2016) एक इराकी-ब्रिटिश वास्तुकार, कलाकार और डिजाइनर थीं। 20वीं सदी के अंत और 21वीं सदी की शुरूआत के दौर में वास्तुकला के क्षेत्र में इनकी एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में प्रतिष्ठा थी। इराक़ के बग़दाद शहर में जन्मी[1] हदीद ने पहले स्नातक के रूप में गणित का अध्ययन किया था और फिर 1972 में लंदन के प्रतिष्ठित वास्तुकला संस्थान आर्किटेक्चरल एसोसिएशन स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में दाखिला लिया था।

ज़ाहा हदीद

2013 में हदीद
व्यक्तिगत जानकारी
नाम ज़ाहा हदीद
राष्ट्रीयता ईराक़, यूनाइटेड किंगडम
जन्म तिथि 31 अक्टूबर 1950
जन्म स्थान बग़दाद, ईराक़
मृत्यु तिथि 31 मार्च 2016(2016-03-31) (उम्र 65)
मृत्यु स्थान मियामी, फ्लोरिडा, अमेरिका
शिक्षण संस्थान अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ़ बेरूत
आर्किटेक्चरल एसोसिएशन स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर
कार्य
उल्लेखनीय इमारतें
  • ब्रिज पैवेलियन, स्पेन
  • गुआंगझोउ ऑपेरा हाउस
  • लंदन एक्वाटिक्स सेंटर

द गार्जियन द्वारा उन्हें "क्वीन ऑफ़ द कर्व" (शब्दानु. वक्र की रानी) के रूप में वर्णित किया गया था,[2] जिन्होंने "स्थापत्य ज्यामिति को मुक्त किया, इसे एक पूरी नई अभिव्यंजक पहचान दी"।[3] उनके प्रमुख कार्यों में 2012 ओलंपिक के लिए लंदन एक्वेटिक्स सेंटर, ब्रॉड आर्ट म्यूज़ियम, और ग्वांगझू ओपेरा हाउस शामिल हैं। उन्हें कई पुरस्कार एवं सम्मान मरणोपरांत भी प्रदान किये गये, जिनमें 2017 ब्रिट अवार्ड्स की लघु-प्रतिमा भी शामिल है। उनकी मृत्यु के समय उनके द्वारा डिज़ाइन की गयी कई इमारतें अभी भी निर्माणाधीन थीं, जिनमें बीजिंग में डैक्सिंग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और क़तर में अल वखरा स्टेडियम (अब अल जनौब) शामिल हैं, इनमें से दूसरा 2022 फीफा विश्व कप के लिए एक आयोजन स्थल भी बना।[4][5]

हदीद 2004 में वास्तुकला के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार तुल्य माने जाने वाला प्रित्ज़कर वास्तुकला पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला बनीं।[6] उन्हें 2010 और 2011 में यूके का सबसे प्रतिष्ठित वास्तुशिल्प पुरस्कार, स्टर्लिंग पुरस्कार, मिला। 2012 में उन्हें एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा वास्तुकला की सेवाओं के लिए एक डेम बनाया गया था और फरवरी 2016 में उनकी मृत्यु से पहले के माह में वे रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स से व्यक्तिगत रूप से रॉयल गोल्ड मेडल से सम्मानित होने वाली पहली महिला बन गयीं (इससे पहले रे एम्स और शीला ओ'डॉनेल को क्रमशः चार्ल्स एम्स और जॉन तुओमी के साथ संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया था)।[7][8]

टिप्पणी संपादित करें

  1. डेम (अंग्रेज़ी: dame) एक शाही उपाधि जो औरतों को नाइटहुड के समतुल्य दी जाती है और ब्रिटेन में यह डेम कमांडर अथवा डेम ग्रैंड क्रॉस के नाम से दी जाती है। यह पुरुषों को दी जाने वाली "सर" उपाधि के समतुल्य है।)

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Zaha Hadid | Biography, Buildings, Architecture, Death, & Facts | Britannica". www.britannica.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 7 नवम्बर 2022.
  2. "Queen of the curve' Zaha Hadid died at aged 65 from heart attack". The Guardian. 29 नवम्बर 2016. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2018.
  3. Kimmelman, Michael (31 March 2016). "Zaha Hadid, Groundbreaking Architect, Dies at 65". The New York Times. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0362-4331.
  4. "Dame Zaha Hadid's Brit Awards statuette design unveiled". BBC News. 1 दिसम्बर 2016. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2018.
  5. Johnson, Ian (24 नवम्बर 2018). "Big New Airport Shows China's Strengths (and Weaknesses)". The New York Times. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2018.
  6. Nonie Niesewand (मार्च 2015). "Through the Glass Ceiling". आर्किटेक्चरल डाइजेस्ट. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2018.
  7. "Zaha Hadid receives Royal Gold Medal". architecture.com.
  8. "Dame Zaha Hadid awarded the Riba Gold Medal for architecture". बीबीसी समाचार. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2018.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें