जाँबाज़
जाँबाज़ 1986 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसे फ़िरोज़ ख़ान द्वारा निर्मित और निर्देशित किया गया और वो स्वयं अनिल कपूर और डिम्पल कपाड़िया के साथ इसमें मुख्य भूमिका में हैं। श्री देवी "हर किसी को नहीं मिलता ये प्यार जिंदगी में" गीत में दिखीं, जो अन्य गीतों जैसा ही हिट बन गया।[1]
जाँबाज़ | |
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जाँबाज़ का पोस्टर | |
निर्देशक | फ़िरोज़ ख़ान |
लेखक | के. के. शुक्ला |
निर्माता | फ़िरोज़ ख़ान |
अभिनेता |
फ़िरोज़ ख़ान, अनिल कपूर, डिम्पल कपाड़िया, अमरीश पुरी, शक्ति कपूर, श्री देवी |
संगीतकार | कल्याणजी-आनंदजी |
प्रदर्शन तिथियाँ |
20 जून, 1986 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंराणा विक्रम सिंह अपनी पत्नी लक्ष्मी और दो बेटों: राजेश (फ़िरोज़ ख़ान), जो एक पुलिस अधिकारी है और अमर (अनिल कपूर) के साथ एक बहुत बड़े फ़ार्महाउस में रहते हैं। अमर एक इश्कबाज है और अपने को 'जाँबाज़' कहता है।
राजेश अपने प्यार सीमा (श्री देवी) को खोने के एक दर्दनाक अनुभव से गुजरा है, जब उसने नशीली दवाओं की लत के कारण दम तोड़ दिया था। वह नशीली दवाओं के कारोबार से लड़ने की कसम खाता है। अंडरवर्ल्ड डॉन राजा (शक्ति कपूर), राणा के एक पुराने दोस्त की हत्या कर देता है। रेशमा (डिम्पल कपाड़िया), उनके दोस्त की बेटी, राणा के घर में शरण लेती है। रेशमा के पिता राजा से एक बड़ी शर्त (छल से) हारे थे जिसके बाद राजा ने उसे एक नकली दुर्घटना में मार दिया।
जब रेशमा उनके साथ रहने लगती है, तो अमर उसके साथ रात गुजारता है। रेशमा से छेड़छाड़ करने और उसकी जिंदगी बर्बाद करने के बाद, अमर उससे शादी करने से इंकार कर देता है। रेशमा का दिल टूट जाता है लेकिन वह अपने जीवन में आगे बढ़ना जारी रखती है। जब राणा को रेशमा के साथ अमर के रिश्ते के बारे में पता चलता है, तो वह उसे चेतावनी देता है कि रेशमा उनके परिवार के लिए उपयुक्त नहीं है। लेकिन अमर रुचि जारी रखता है और रेशमा को फार्महाउस के कर्मचारी विकास के साथ देखकर ईर्ष्या महसूस करता है। विकास और अमर के बीच लड़ाई होती है और विकास मारा जाता है। अमर अब पुलिस से बच रहा है और राजेश को उसे पकड़ने का काम सौंपा जाता है। लेकिन अंत में रेशमा अमर के पास नहीं जाती।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- फ़िरोज़ ख़ान — इंस्पेक्टर राजेश सिंह
- अनिल कपूर — अमर सिंह
- डिम्पल कपाड़िया — रेशमा राय
- अमरीश पुरी — राणा विक्रम सिंह
- रज़ा मुराद — तेजा
- शक्ति कपूर — राजा
- जगदीप — शेरू
- कुलभूषण खरबंदा — मिस्टर राय
- सुषमा सेठ — लक्ष्मी सिंह
- दलीप ताहिल — विकास
- श्री देवी — सीमा
- पुनीत इस्सर — रॉकी
- तेज सप्रू — जॉन
संगीत
संपादित करेंसभी कल्याणजी-आनंदजी द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "तेरा साथ है कितना प्यारा" | इंदीवर | किशोर कुमार, सपना मुखर्जी | 5:35 |
2. | "हर किसी को नहीं मिलता" (डुएट) | इंदीवर | मनहर उधास, साधना सरगम | 4:56 |
3. | "प्यार दो प्यार लो" | इंदीवर | सपना मुखर्जी | 5:28 |
4. | "जब जब तेरी सूरत देखूँ" | इंदीवर | सपना मुखर्जी, महेश गधवी | 5:28 |
5. | "अल्लाह हु अकबर" | फारूक कैसर | राजू, महेश गधवी | 7:06 |
6. | "लव गिव मी लव" | इंदीवर | मैरियन स्टॉकली | 5:34 |
7. | "जाँबाज़ — थीम गीत" | इंदीवर | महेश गधवी, नीतू | 5:55 |
8. | "हर किसी को नहीं मिलता" (पुरुष) | इंदीवर | मनहर उधास | 5:06 |
9. | "हर किसी को नहीं मिलता" (II) | इंदीवर | साधना सरगम, मनहर उधास | 3:20 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "बोनी कपूर ने दिया था श्रीदेवी को ज्यादा सेक्सी दिखाने का चैलेंज, शेखर कपूर ने स्वीकार की थी चुनौती". जनसत्ता. 26 फरवरी 2018. मूल से 24 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 फरवरी 2019.