जाफ़र ,अरेबियन नाईट्स की कहानी ,अलादीन और जादुई चिराग का एक पात्र है। जाफ़र जिसे ज़फ़र भी कहते है बघदाद के बादशाह शहनेवाज़ का वज़ीर था जो बाद में मगरेब का सुलतान बना।

कथा संपादित करें

जाफ़र वही जादूगर है जिसने अलादीन के द्वारा चिराग पाने की कोशिश की थी। जब वह चिराग न पा पाया तो जाफ़र ने अलादीन से शत्रुता शुरु कर दी। एक दिन उसने चिरागवाले का रूप लिया तथा अलादीन के महिल की तरफ चल दिया। बादशाह की पुत्री शहज़ादी जास्मिन ,जो कि अलादीन की पत्नी,जादु का चिराग जाफ़र को दे दिया। जाफ़र ने तभी अपना रूप बदला तथा चिराग को रगड़ा व चिराग मे से जीनू नामक जिन निकला। जीनू ने जाफ़र के कहने पर अलादीन के महल को अदृशय कर दिया तथा मगरेब के रेशिसथान मे लाकर रख दिया। जब यह बात अलादीन को पता तो तुरंत उसने अपनी अन्गूठी रगड़ी तथा वह अपने महल पहुन्च गया। अलादीन जास्मिन से मिला तथा उसे जाफ़र को ज़हर दे को कहा। जास्मिन ने जाफ़र के शरबत मे ज़हर मिला दिया व जाफ़र शरबत पीते ही मर गया। अलादीन को जास्मिन व चिराग दोनो मिल गये। जब अलादीन जास्मीन के मगरेब पहुनचा तो शहनेवाज़ ने अलादीन को बादशाह बना दिया।