जामिया सलाफिया (भारत)
जामिया सलाफिया, वाराणसी या वाराणसी सलाफिया विश्वविद्यालय (الجامعس السلفیـ) भारत के वाराणसी में स्थित एक इस्लामी जामिया या धार्मिक विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 1967 में जमीयत अहले हदीस हिंद ने की थी। भारत में सऊदी अरब के तत्कालीन राजदूत यूसुफ अल-फ़ावजान ने कंपनी का उद्घाटन किया। यह भारत में सबसे बड़ा सलाफी अहल अल-हदीस शैक्षणिक संस्थान है। विश्वविद्यालय सऊदी अरब सरकार द्वारा वित्त पोषित है, और अधिकांश शिक्षक सऊदी अरब में इस्लामी विश्वविद्यालयों से स्नातक हैं। सऊदी अरब की सरकार भारतीय मुसलमानों को इस विश्वविद्यालय में अध्ययन करने की सलाह देती है। संगठन सलाफी विचारधारा का अनुसरण करता है।[1][2][3][4][5][6]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Hefner, Robert W.; Zaman, Muhammad Qasim (2010). Schooling Islam: The Culture and Politics of Modern Muslim Education (अंग्रेज़ी में). Princeton University Press. पृ॰ 95. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4008-3745-8. अभिगमन तिथि 28 April 2020.
- ↑ Williams, Philippa (2015). Everyday Peace?: Politics, Citizenship and Muslim Lives in India (अंग्रेज़ी में). John Wiley & Sons. पृ॰ 56. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-118-83781-8. अभिगमन तिथि 28 April 2020.
- ↑ Muslim India (अंग्रेज़ी में). Muslim India. 2004. पृ॰ 613. अभिगमन तिथि 28 April 2020.
- ↑ Noor, Farish A.; Sikand, Yoginder; Bruinessen, Martin van (2008). The Madrasa in Asia: Political Activism and Transnational Linkages (अंग्रेज़ी में). Amsterdam University Press. पृ॰ 55. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-90-5356-710-4. अभिगमन तिथि 28 April 2020.
- ↑ Ahmad, Irfan (2009). Islamism and Democracy in India: The Transformation of Jamaat-e-Islami (अंग्रेज़ी में). Princeton University Press. पपृ॰ 23, 255n14. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-691-13920-3.
- ↑ Singh, David Emmanuel (2012). Islamization in Modern South Asia: Deobandi Reform and the Gujjar Response (अंग्रेज़ी में). Walter de Gruyter. पृ॰ 18. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-61451-185-4. अभिगमन तिथि 28 April 2020.