जावरा रियासत ब्रिटिश काल में भारत की एक रियासत (स्टेट) था।


आइए चलते हैं जावरा के रियासत के समय के कुछ हालात पर नज़र डालते हैं.

रियासत जावरा सेंट्रल इंडिया मालवा की ट्रीटी स्टेट थी. इस रियासत में 6 तहसीलें थी.

जिनमें 329 कस्बात थे. और इस रियासत की कैपिटल जावरा शहर था. जावरा रियासत के अलग-अलग दो हिस्से थे. बड़ा हिस्सा जावरा, ताल, बड़ावदा अौर नवाबगंज था. और दूसरा हिस्सा मल्हारगढ़ और संजीत था.

जावरा रियासत का रकबा 602 स्क्वेयर माइल था.

सन 1941 में रियासत की कुल आबादी 116953 थी.

अब देखते हैं जावरा स्टेट के पड़ोसी. जावरा रियासत के बड़े हिस्से के शुमाल ( North) और मशरीक (East) में ग्वालियर व देवास के इलाके थे. जनूब (South) में #रतलाम व #पिपलोदा थी.

मघरीब (West) में #प्रतापगढ और ग्वालियर के इलाके थे. मलहारगढ और संजीत के चारों तरफ ग्वालियर और इंदौर के इलाके थे. नवाबगंज का मघरीबी हिस्सा पहाड़ी हे.

नदिया जावरा रियासत में थी. शिवना, रेतम, चंबल और मलेनी जो रियासातकाल से आज तक जावरा के आवाम को पानी दे रही है.


स्त्रोत - तारीख ए जावरा (नवाब इफ्तेखार अली खान द्वारा १९४१ में छपी किताब)


साँचा:१३ तोपों की सलामी वाली रियासतें