जिब्राल्टर विद्युत प्राधिकरण
जिब्राल्टर विद्युत प्राधिकरण (अंग्रेज़ी: Gibraltar Electricity Authority) जिब्राल्टर की सरकार के अन्तर्गत आने वाला अभिकरण है जो जिब्राल्टर में बिजली आपूर्ति सम्बंधित क्रियाकलापों का विनियमन करता है। प्राधिकरण की स्थापना 28 मार्च 2003 के दिन जिब्राल्टर सरकार द्वारा जिब्राल्टर विधानसभा में पारित किए गए जिब्राल्टर विद्युत प्राधिकरण अधिनियम 2003 के पश्चात हुई थी। इसका उद्देश्य जिब्राल्टर की असैनिक आबादी के लिए बिजली का निर्माण तथा उसका वितरण करना है।[1]
इतिहास
संपादित करेंवर्ष 1890 में जिब्राल्टर की औपनिवेशिक सरकार ने वेल्स के विद्युत अभियंता विलियम हैनरी प्रीस (1834–1913) को जिब्राल्टर की भूमि पर बिजली उत्पन्न करने की उपयुक्तता को खोजने का कार्यभार सौपा। 15 सितम्बर 1896 के दिन किंग्स बैस्टियन पावर स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हुआ। इसे शुरू करने के लिए इलेक्ट्रिक लाईट ऑर्डिनेंस 1892 के तहत ऋण इकट्ठा किया गया था। जिब्राल्टर में बिजली का सबसे पहला प्रदर्शन अप्रैल 1897 में किया गया। 9 मार्च 1898 के दिन इलेक्ट्रिक लाईट डिपार्टमेंट की स्थापना हुई।[2]
जिब्राल्टर की सरकार ने 28 मार्च 2003 के दिन जिब्राल्टर विधानसभा में जिब्राल्टर विद्युत प्राधिकरण अधिनियम 2003 पारित किया जिसके परिणामस्वरूप जिब्राल्टर विद्युत प्राधिकरण की स्थापना हुई। प्राधिकरण का उद्देश्य जिब्राल्टर की असैनिक आबादी के लिए बिजली का निर्माण और उसका वितरण करना है।[2][3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Gibraltar Electricity Authority – About Us". Gibelec.gi. Official website of the Gibraltar Electricity Authority. मूल से 29 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 दिसम्बर2012.
|accessdate=
में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) - ↑ अ आ "Gibraltar Electricity Authority – History". Gibelec.gi. Official website of the Gibraltar Electricity Authority. मूल से 30 अगस्त 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 दिसम्बर 2012.
- ↑ "Gibraltar Electricity Authority Act 2003 – Establishment and Constitution of the Authority" (PDF). gibraltarlaws.gov.gi. लॉ ऑफ़ जिब्राल्टर. पृ॰ 7. मूल (पीडीऍफ़) से 25 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 दिसम्बर 2012.