जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान
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जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान भारत के मध्य प्रदेश राज्य के दक्षिण पूर्वी भाग में शाहपुरा विकासखण्ड जिला डिंडोरी ज़िले में स्थित है तथा जब इसका गठन किया गया था तब यह मंडला जिलेे का हिस्सा था। यह म.प्र. का प्रथम जीवाश्म उद्यान एवं सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्याान है। एक पौधों के जीवाश्म का राष्ट्रीय उद्यान है। इसकी स्थापना 1983 में हुई। तथा इस राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार, कान्हा राष्ट्रीय उद्यायन तथा बांधवगढ राष्ट्रीय उ़द्याान के बीच तक है।
जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान | |
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अवस्थिति | मंडला जिला, मध्य प्रदेश, भारत |
निकटतम शहर | मंडला |
क्षेत्रफल | ०.270 वर्ग किलोमीटर |
स्थापित | 1983 |
.270 वर्ग किमी में फैले इस उद्यान में "भूतल जीवाश्म" रखे गये है, जिसमें 40 मिलियन से 150 मिलियन वर्ष पुराने पौधों के जीवाश्म रखे गये है। यह नीलगिरि जीवाश्म के लिये जाना जाता है, जोकि अभी तक का सबसे पुराना जीवाश्म माना जाता है। घुघवा नाम से प्रचलित इस उद्यान में अब तक १८ पादप कुलों के ३१ परिवारों के पौधों के जीवाश्म खोजे जा चुके है।
इस जीवाश्म क प्रमुख स्थान 'घुघवा' है, जो ६.८४ एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, इसके अलावा तीन अन्य स्थल भी खोजे गये है जिसमें उमरिया-सिल्थेर (२३.०२ एकड़), देवरी खुर्द (१६.५३ एकड़) और बरबसपुर (१६.५३ एकड़) शामिल है। वर्तमान सरकार द्वारा कई जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान प्रस्तावित है!