जुलाई 2009 के साइबर आक्रमण

जुलाई 2009 के साइबर आक्रमण दक्षिण कोरियासंयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख सरकारी, समाचार माध्यम तथा वित्तीय संजालस्थलों के विरुद्ध समायोजित साइबर हमलों की श्रेणी है।[1] इसके अंतर्गत बड़ी संख्या में अपहृत कंप्यूटरों को (जिन्हें ज़ॉम्बी कंप्यूटर भी कहते हैं) या बॉटनेट को कुछ विशेष संजालस्थलों की ओर निर्दिष्ट कर दिया गया, जिससे वे अतिभारित (ओवरलोड) हो गये[1] आक्रमणों का समय व लक्ष्य यह सुझाते हैं कि इनका उद्गम उत्तर कोरिया हो सकता है, यद्यपि ये संदेह अप्रामाणिक हैं। [2][3][4]

आक्रमणों का समयानुक्रम

संपादित करें

आक्रमणों की पहली लहर 4 जुलाई 2009 को (अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस) चली, जिसमें संयुक्त राज्य व दक्षिण कोरिया दोनों को लक्ष्य किया गया। प्रभावित संजालस्थलों में व्हाइट हाउसपेंटागन की वेबसाइटें भी थीं।[1][5] एक जाँच से पता चला है कि 27 वेबसाइटें कंप्यूटरों पर रक्षित संचिकाओं के लिए आक्रान्त की गईं थीं।[6]

दूसरी लहर

संपादित करें

आक्रमणों की दूसरी लहर 7 जुलाई 2009 को हुई, जिसने दक्षिण कोरिया को प्रभावित किया। लक्ष्यभूत संजालस्थल थे- राष्ट्रपति का ब्लू हाउस, द. कोरिया का रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय सभा[2][7]

तीसरी लहर

संपादित करें

आक्रमणों की तीसरी लहर 9 जुलाई को शुरू हुई, जिसमें द. कोरिया के कई संजालस्थल निशाना बने, जिनमें देश की राष्ट्रीय आसूचना सेवा, तथा इसके बृहत्तम बैंकों में से एक व एक बड़ी समाचार एजेंसी थे।[1][8]

ये हमले बड़े सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के संजालस्थलों पर किए गये हैं, तथापि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि ये अव्यवस्था फैलाने के उद्देश्य से किए गये हैं, न कि आँकड़ों की हैकिंग के लिए।[9] आकलन के अनुसार इस आक्रमण से 23 मैगाबिट प्रति सेकंड आँकड़े उत्पादित हुए।[6] आशंका है कि अधःशायी (डाउन) हुई वेबसाइटों को हुई आर्थिक हानि बड़ी राशि में होगी।[10]

अभी (10-जुलाई-09) यह नहीं पता चला है कि इन हमलों के पीछे कौन रहा है, यद्यपि कुछ दक्षिण कोरियाई अधिकारियों व कई मीडिया संगठनों ने सुझाया है कि उत्तर कोरिया इनके पीछे हो सकता है। रिपोर्टें बताती हैं कि आक्रमण का प्रकार, सेवा-नकार आक्रमण (डिनायल ऑफ़ सर्विस अटैक), अधिक जटिल नहीं था।[4][6][11] परंतु दीर्घवधि होने से इन्हें समन्वित व संगठित आक्रमण माना जा रहा है।[3] दक्षिण कोरियाई राष्ट्रीय आसूचना एजेंसी के अनुसार आक्रमणकारियों ने 16 देशों में स्थित 86 आई पी पतों का प्रयोग किया, जिनमें शामिल देश थे, संयुक्त राज्य, ग्वाटेमाला, जापान तथा पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (चीन), परंतु उत्तर कोरिया इनमें नहीं था।[12][13]

यह भी अनुमान लगाया गया है कि पाँच साल पुराना मायडूम Mydoom कृमि (वॉर्म), किसी अजटिल हैकर के निर्देशन में, इन आक्रमणों के लिए जिम्मेदार था, न कि उत्तर कोरिया।[14]

  1. "New 'cyber attacks' hit S Korea". बीबीसी न्यूज़. 2009-07-09. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  2. "Pyongyang blamed as cyber attack hits S Korea". फाइनेंशियल टाइम्स. 2009-07-09. मूल से 20 सितंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  3. "Korean, US Web sites hit by suspected cyber attack". एसोसिएटेड प्रेस. 2009-07-08. मूल से 11 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  4. "Cyberattack Aftermath". रॉयटर्स. 2009-07-09. मूल से 12 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  5. "Governments hit by cyber attack". बीबीसी न्यूज़. 2009-07-08. मूल से 2 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  6. "Cyberattacks Jam Government and Commercial Web Sites in U.S. and South Korea". द न्यूयॉर्क टाइम्स. 2009-07-09. मूल से 1 मई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  7. "Cyber Attacks Hit Government and Commercial Websites". Foxreno.com. 2009-07-08. मूल से 12 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  8. "Official: S. Korea web sites under renewed attack". एसोसिएटेड प्रेस. 2009-07-09. मूल से 15 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  9. "S Korea's presidential office says no damage done from hacker attacks". Xinhua. 2009-07-08. मूल से 13 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  10. "Cyber Attack Hits Korea for Third Day". Korea Times. 2009-07-09. मूल से 11 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  11. "Cyberattacks against US, S. Korea signal anger – not danger". Christian Science Monitor. 2009-07-09. मूल से 12 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 जुलाई 2009. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)
  12. (कोरियाई) "국정원 "16개국 86개 IP통해 사이버테러"". एसोसिएटेड प्रेस via Naver. 2009-07-10. अभिगमन तिथि 2009-07-10.
  13. "Cyber attacks on SKorea from 16 countries: report". AFP via Google News. 2009-07-10. अभिगमन तिथि 2009-07-10.[मृत कड़ियाँ]
  14. "Lazy Hacker and Little Worm Set Off Cyberwar Frenzy". Wired News. 2009-07-08. मूल से 10 जुलाई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-07-09. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)