जूडिथ रेसनिक

जूडिथ अर्लेन रेसनिक अंतरिक्ष में जाने वाली दूसरी अमेरिकी महिला अंतरिक्ष यात्री थी।

जूडिथ अर्लेन रेसनिक अंतरिक्ष में जाने वाली दूसरी अमेरिकी महिला अंतरिक्ष यात्री थी। वह अंतरिक्ष में जाने वाली पहली यहूदी अमेरिकी थी और यहूदी जाति की पहली महिला थी। वह एक अमेरिकी इंजीनियर और एक नासा की अंतरिक्ष यात्री थी जिनकी मृत्यु अंतरिक्ष शटल चैलेंजर मिशन STS-51-L के लॉन्च के दौरान हुई थी।

जूडिथ अर्लेन रेसनिक

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

जूडिथ रेसनिक का जन्म ५ अप्रैल १९४९ को अक्रोन, ऑहियो में हुआ था। उनके माता-पिता साराह और मर्विन दोनों ही यहूदी परदेशवासी थे जो की यूक्रेन से आए थे। 1966 में वह फायरस्टोन हाई स्कूल से ग्रेजुएट हुई थी। उनहोंने गणित के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया और शास्त्रीय पियानो बजाने में भी ख्याति पाई। फायरस्टोन हाई स्कूल में उन्होंने एक आदर्श SAT स्कोर हासिल किया और उस वर्ष की अकेली अमेरिकी महिला थी। उन्होंने १९७० में पिट्सबर्ग में कार्नेगी मेलॉन विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.एस प्राप्त किया। और उसी वर्ष उन्होंने अपने सहपाठी माइकल ओल्डक से विवाह कर लिया।[1] १९७७ में उन्होंने मैरीलैंड विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएच.डी की डिग्री हासिल की। वह Tau Beta Pi और Alpha Epsilon Phi की सदस्य भी थी।

जीविका संपादित करें

स्नातकता के बाद रेसनिक ने एक [[डिजाइन इंजीनियर के रूप में आरसीए में काम करना शुरू किया और उसके बाद उन्होंने विभिन्न NASA परियोजनाओं के साथ काम किया।[2] रेसनिक अभिनेत्री निकोल्स द्वारा जनवरी १९७८ में अंतरिक्ष यात्री के कार्यक्रम में भर्ती की गयी थी, जो NASA के लिए एक भर्ती करने वाले के रूप में काम कर रही थी।[3] उनकी पहली अंतरिक्ष उड़ान डिस्कवरी की पहली यात्रा पर एक मिशन के विशेषज्ञ के रूप में थी, जो की अगस्त से सितम्बर १९८४ तक थी। वह एक मिशन विशेषज्ञ विदेश दावेदार थी STS-51-L के लिए।[4][5][6]

 
STS-41-D कर्मी दल अंतरिक्ष में- GPN-2004-00024

रेसनिक अंतरिक्ष में जाने वाली पहली यहूदी अमेरिकी थी और दूसरी अमेरिकी महिला सैली राइड के बाद पर वह चौथी महिला थी जिन्होंने अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। अपनी पहली उड़ान के दौरान उन्हें अपनी हल्की कलाबाजी और हास्य के कारण प्रशंसित भी किया गया था।[7] उनकी पहली अंतरिक्ष उड़ान चर्चा में थी। उनकी ग्रहपथ की यात्रा दैनिकी १४५ घंटो की थी। उनकी मृत्यु अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान २८ जनुअरी १९८६ में, ३६ साल की उम्र में हुई थी।

 
चैलेंजर उड़ानt 51-l कर्मी दल

मृत्यु पत्र संपादित करें

  • जूडिथ अर्लेन रेसनिक को कई मरणोपरांत सम्मान से सम्मानित किया गया, और उनके सम्मान में कई स्थलों और इमारतों को नामित किया गय जिसमे एक चंद्र गड्ढा रेसनिक भी शामिल है जो की चंद्रमा के उस पार अपोलो प्रभाव बेसिन के भीतर स्थित है।
  • अल्मा मेटर, कार्नेगी मेलॉन, और मैरीलैंड विश्वविद्यालय के मुख्य इंजीनियरिंग व्याख्यान कक्ष में भी एक छात्रावास उनके नाम से नामित हुई है।
  • २३ फरवरी २०१० को रेसनिक का नाम १० फाइनल लोगो में से वाशिंगटन डीसी,अमेरिका के कैपिटल में राष्ट्रीय प्रस्तरप्रतिमा हॉल में ओहियो प्रतिनिधित्व के लिए प्रतिनिधि भी घोषित किया।[8]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Remembering the Challenger". The Ohio Historical Society Collections Blog.
  2. UPI staff (4 February 1986). "Resnik was `living out a dream`". The Milwaukee Journal. UPI. Part 2 Page 5. Retrieved 3 July 2013. Both got engineering jobs with RCA Corp. in Morristown N.J.
  3. Nichelle Nichols, NASA Recruiter". NASA।
  4. Biographical Data - Judith A. Resnick". National Aeronautics and Space Administration.
  5. The 51-L Crew: Judy Resnick". The Challenger Center
  6. Remarks of Senator John Glenn, Memorial Service For Judith Resnik". National Aeronautics and Space Administration. 1986-02-03.
  7. Wade, Mark. "Resnik"
  8. Jim Siegel (February 24, 2010). "10 Ohioans proposed to represent state in U.S. Capitol". The Columbus Dispatch।