जेजू लवलैंड या जेजू प्रणयस्थल, दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप पर स्थित एक शिल्प उद्यान है। खुली हवा के इस शिल्प उद्यान का मुख्य विषय विभिन्न रूपों में दर्शायी गयी कामुकता है। उद्यान में विभिन्न यौन आसनों में लिप्त 140 प्रतिमायें लगाई गयी हैं। यहाँ पर यौन विषयक शैक्षणिक फिल्में भी दिखाई जाती हैं।

लवलैंड में एक 'इंटरैक्टिव' शिल्प को चलाती हुई एक महिला।

कोरियाई युद्ध के अंत के बाद, जेजू द्वीप कोरियाई परिवारों के बीच एक लोकप्रिय अवकाश स्थल के रूप में प्रचलित हो गया, विशेष रूप से नवविवाहित जोड़ों के बीच जो अपना मधुमास (हनीमून) यहाँ बिताने आते थे। कुछ समय पहले तक भारतीय समाज के अनुरूप कोरियाई समाज में भी अधिकतर विवाह माता पिता की मर्जी से और उनके द्वारा नियत जीवन साथी के साथ ही संपन्न होते थे और नवविवाहितों को पहली बार अपने मधुमास के दौरान ही एक दूसरे को जानने और समझने का मौका मिलता था। इसीलिए जेजू पर स्थित अधिकतर संस्थान, यौन शिक्षा को समर्पित हैं।

2002 में, होंगिक विश्वविद्यालय, सियोल के स्नातक छात्रों, ने उद्यान के लिए मूर्तियां बनाने का काम शुरू किया था और इसका उद्घाटन 16 नवम्बर 2004 को किया गया था।

दो फुटबाल मैदानों के आकार के इस उद्यान का भ्रमण एक घंटे में किया जा सकता है है और हर महीने स्थिर शिल्पों के अतिरिक्त कोरियाई शिल्पकारों द्वारा निर्मित अन्य शिल्पों को भी प्रदर्शन हेतु रखा जाता है।

उद्यान के विचरण के लिए आगंतुक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। अव्यस्कों के लिए अलग से एक क्षेत्र नियत है, बशर्ते वो किसी व्यस्क के साथ आये हों।

बाहरी कड़ियाँ

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निर्देशांक: 33°27′06″N 126°29′24″E / 33.451638°N 126.490°E / 33.451638; 126.490