जैवनिस्यन्दन (बायोफिल्ट्रेशन) एक नवीन तकनीक है, जिसके द्वरा दुर्गन्धपूर्ण गैस और कम सान्द्र वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (वोलेटाइल आर्गेनिक कंपाउंड्स) को समाप्त किया जाता है। किसी भी वस्तु में दुर्गन्घ उसमे पलने वाले कीटाणुओं के उपस्थिति से होता है। इन कीटाणुओं को बायोफिल्ट्रेशन द्वारा समाप्त किया जा सकता है।

बायो-फ़िल्टर बॉक्स संपादित करें

इसका आकर एक घन मीटर से लेकर पचास घन मीटर तक हो सकता है। बायो-फ़िल्टर का मुख्य काम हवा धारा में समाहित प्रदूषकों को सूक्ष्मजीवों के साथ मुठभेड़ करना होता है जिसके कारण दुर्गन्ध फैलानेवाले कीटाणुओं का विनाश हो जाता है। बायो फ़िल्टर बॉक्स के अंदर फ़िल्टर लगे होते है जो सूक्ष्मजीवों के लिए प्रजनन भूमि का काम करते हैं। सूक्ष्मजीव नमी की एक पतली परत में रहते हैं, जिसे बायो-फिल्म कहते हैं। यह फिल्म फ़िल्टर के घटक को चारो तरफ से घेर लेती है और जैवछनन के दौरान प्रदूषित हवा को फ़िल्टर बॉक्स के अंदर धीरे-धीरे पंप किया जाता है। तब प्रदूषित हवा को बायो-फ़िल्टर के फिल्म सोख लेती है और परिष्कृत हवा को बाहर छोड़ देती है। इसी समय सूक्ष्मजीव सोखे गए प्रदूषित पदार्थों को नष्ट करती है और ऊर्जा, कार्बन डाईऑक्साइड और पानी का निर्माण करती है। इस पूरे प्रक्रिया को जैवनिस्पंदन कहते हैं।

यह जैविक बिघटन प्रक्रिया को निम्न तरीके से दर्शाया जा सकता है:

जैविक प्रदूषण + O2 --> CO2 + H2O + ऊष्मा + बायोमास