जॉन वत्तान्की (3 जुलाई 1931- 22 फरवरी 2021) भारत के केरल प्रान्त के एक ईसाई पुजारी तथा दार्शनिक थे जिन्होंने नव्य न्याय दर्शन पर विशेष कार्य किया । वे पुणे के डी नोबिली कॉलेज में रहते थे। वे ज्ञान-दीप विद्यापीठ, पुणे के प्रोफेसर एमेरिटस थे। उन्होंने भारतीय दर्शन और भारतीय ईसाई धर्मशास्त्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।[1] [2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. For some of his important contributions, see http://philpapers.org/s/John%20Vattanky
  2. "FR JOHN VATTANKY S.J.: Committed to Indian Logic and Passionate about Christian Faith". Light of Truth. अभिगमन तिथि 13 August 2021.