जॉयदीप मुख़र्जी
जॉयदीप मुखर्जी (जन्म 24 अगस्त 1982)[1] एक भारतीय सरोद, सुरसिंगार, मोहन वीणा, सेनी रिबाब वादक, संगीतकार और संगीत निर्माता हैं।[2][3][4] उन्हें 2019 में नई दिल्ली स्थित संगीत नाटक अकादमी द्वारा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[5][6][7][8]
जॉयदीप मुख़र्जी | |
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जन्म नाम | जॉयदीप मुख़र्जी |
जन्म | 24 अगस्त 1982 कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत |
विधायें | हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत |
पेशा | संगीतकार |
वाद्ययंत्र | सेनी रेबाब, सरोद |
जीवन परिचय एवं कार्य
संपादित करेंजॉयदीप मुखर्जी एक बहु-वादक कलाकार हैं, जो राधिका मोहन मैत्रा के बाद सेनिया शाहजहांपुर घराने की विरासत को सभी पर्दारहित वाद्यों के माध्यम से आगे बढ़ा रहे हैं।[9][10] वह विलुप्त हो चुके वाद्यों के पुनरुत्थानवादी तथा भारतीय संगीत के एक उत्साही संगीतकार और प्रयोगकर्ता हैं।[11][12]
मुखर्जी ने पिछले तीन वर्षों में रवींद्रनाथ टैगोर के चरित्रों को अनुकूलित करते हुए शास्त्रीय संगीत की 30 से अधिक राग-आधारित रचनाएँ रची हैं।[13]
उपलब्धियां और पुरस्कार
संपादित करें26 फरवरी 2023 को मन की बात के 98वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जॉयदीप मुखर्जी का जिक्र किया और उनके द्वारा 'सुरसिंगार' पर बजाई गई धुन की तारीफ की थी।[14][15]
2023 में, मुखर्जी जी-20 राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान जी-20 प्रीमियर समारोह में विभिन्न एकल कृतियों, सुरसिंगार और राधिका मोहन मैत्रा की मोहन वीणा का प्रदर्शन करेंगे।[16]
पुरस्कार
- उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- ↑ "पंडित जोयदीप मुखर्जी की सामंजस्यपूर्ण यात्रा - Dainik Bhaskar | Uttar Pradesh News, UP Dainikbhaskar" (अंग्रेज़ी में). 2024-06-25. अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ Kirpal, Neha (2024-06-05). "Meet musician Joydeep Mukherjee, who has revived some ancient musical instruments". The Hindu (अंग्रेज़ी में). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ "সুরশৃঙ্গারে ঝঙ্কার তুলছেন, বিলুপ্তপ্রায় মোহনবীণার পুনর্জীবনের 'কারিগর' কলকাতার জয়দীপ Kolkata musician Joydeep Mukherjee redesigns-two-age-old-instruments". TheWall (Bengali में). 2022-12-08. अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ IANS (2023-04-03). "Festival of Indian instrumental music". The Statesman (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ SEBASTIAN, SANGEETH (28 May 2023). ""My life has since PM Modi Called my name on Man Ki Baat": Joydeep Mukherjee". www.moneycontrol.com.
- ↑ "In conversation with Joydeep Mukherjee winner of Sangeet Natak Academi's Ustad Bismillah Khan Yuva Purashkar". Loudest (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ Admin (2024-06-21). "Tanseni Rabab of the Akbar times revived along with Sur Rabab". FridayWall (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ "সুরশৃঙ্গারে সুরের ঝঙ্কার! পর্ব ১". Eisamay (Bengali में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ "Every day I wake up and think how I can improve my music: Joydeep Mukherjee". TheDailyGuardian (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ Kirpal, Neha (2023-04-13). "Joydeep Mukherjee's Quest To Revive The Sursingar". India Currents (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ "Musician helps revive strings of sursingar & Radhika mohanveena". The Times of India. 2023-04-23. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-8257. अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ Mukherjee, Joydeep (28 May 2024). "A renaissance of extinct instruments". Global Bihari.
- ↑ Kirpal, Neha (2021-02-06). "Stringing together a legacy". The New Indian Express (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ Modi, Narendra (26 February 2023). ""Mann ki Baat" has a wonderful medium for expression of public participation: PM Modi". narendramodi.in.
- ↑ "Sursingar, Karakattam, and others: Arts and artists Prime Minister Narendra Modi mentioned in Mann ki Baat". The Indian Express (अंग्रेज़ी में). 2023-02-26. अभिगमन तिथि 2024-07-02.
- ↑ Sharma, Tikam (10 September 2023). "Joydeep Mukherjee enthrals G20 delegates with classical music pieces". The Sunday Guardian.