जॉयन्ति चुटिया

भारतीय वैज्ञानिक

जॉयन्ति चुटिया एक भारतीय भौतिक विज्ञानी हैं। वह भारत में वैज्ञानिक संस्थानों का नेतृत्व करने वाली पहली महिलाओं में से एक हैं, जब वह गुवाहाटी, असम में इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी की निदेशक बनीं, जो नॉर्थ

जॉयन्ति चुटिया
जन्म 1948
शिवसागर, असम, भारत
नागरिकता भारतीय
क्षेत्र भौतिक शास्त्र
शिक्षा

कॉटन कॉलेज ( बी.एस सी.)

डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय (एम.एससी, पीएच डी)

पुणे विद्यापीठ

ईस्ट इंडिया का पहला प्रमुख शोध संस्थान है।[1][2] वह नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की फेलो हैं। वह भारत सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में एक एमेरिटस वैज्ञानिक हैं।[3][4][5][6]

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

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चुटिया अपने स्कूल में मुख्य विषय के रूप में गणित लेने वाली पहली लड़कियों में से थी।[7] बाद में उन्होंने असम के कॉटन कॉलेज में भौतिकी का अध्ययन किया, जहां उन्होंने 1967 में बीएससी की डिग्री प्राप्त की।[8] उन्होंने 1969 में डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय में भौतिकी में एमएससी करने से पहले कॉटन कॉलेज में पढ़ाना जारी रखा। इसके बाद, चुटिया ने लेक्चरर के रूप में कुछ समय तक पढ़ाया, और बाद में उन्होंने डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय से पीएचडी करके अनुसंधान जारी रखने का निर्णय लिया। उन्होंने शोध में पतली बहुलक फिल्मों के चालन तंत्र पर ध्यान केंद्रित किया और उन्हें 1981 में उनकी डिग्री से सम्मानित किया गया।[8]

1988 में टोक्यो के इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस एंड एस्ट्रोनॉटिकल साइंस की प्लाज़्मा प्रयोगशाला में काम करने के लिए जापानी सरकार द्वारा दी गई फेलोशिप समाप्त होने के बाद, 2005 में वह इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक बनाये गए।[7][9][10][11][12][13]

अनुसंधान

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चुटिया का शोध बायोमेडिसिन, पदार्थ विज्ञान और जैवप्रौद्योगिकी पर केंद्रित है।[14] उनके शोध के परिणामस्वरूप मुगा सिल्क से अत्यधिक टिकाऊ और सड़ सकने वाली घाव की सामग्री का विकास हुआ है।[15][16]

  1. "Indian scientists unearth Assam's Muga silk's wound-healing powers". Zee News. 23 December 2014. मूल से 23 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
  2. "Indian scientists unearth wound-healing powers of Assam's Muga silk". Gulf News. 23 December 2014. मूल से 23 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
  3. "Science weds art". Harmony India. मूल से 4 March 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
  4. "Zone wise list of Fellows & Honorary Fellows (2015 )" (PDF). National Academy of Sciences. मूल से 29 सितंबर 2015 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  5. "Women scientists continue to face discrimination'". The Sentinel. मूल से 4 March 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  6. "Indian scientists unearth Muga silks wound-healing powers". Free Press Journal. 21 October 2014. मूल से 19 November 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  7. "My experience with research" (PDF). www.ias.ac.in. मूल से 23 अगस्त 2018 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 26 April 2015.
  8. The girl's guide to a life in science. Ramaswamy, Ram., Godbole, Rohini M., Dubey, Mandakini. New Delhi: Young Zubaan. 2011. OCLC 774206856. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789381017111.सीएस1 रखरखाव: अन्य (link)
  9. "Prof. Joyanti Chutia". www.ewwomen.in. मूल से 19 November 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  10. "INDIA-AUSTRALIA WORKSHOP ON BIOTECHNOLOGY ORGANISED". Report from the Assam Tribune brought to you by HT Syndication Hindustan Times. via HighBeam (सब्सक्रिप्शन आवश्यक). 22 October 2008. मूल से 20 February 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  11. "KAMAL KUMARI NATIONAL AWARDS PRESENTED". Hindustan Times (सब्सक्रिप्शन आवश्यक). 2 April 2006. मूल से 2 November 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  12. "IASST CELEBRATES FOUNDATION DAY". Report from the Assam Tribune brought to you by HT Syndication Hindustan Times(सब्सक्रिप्शन आवश्यक). 8 November 2006. मूल से 20 February 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  13. "WORKSHOP ON PLANT DIVERSITY HELD". Report from the Assam Tribune brought to you by HT Syndication Hindustan Times(सब्सक्रिप्शन आवश्यक). 23 November 2008. मूल से 20 February 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 November 2015.
  14. "Joyanti Chutia | PhD | Institute of Advanced Study in Science and Technology, Guwahati | IASST | Division Physical Sciences". ResearchGate (अंग्रेज़ी में). मूल से 16 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-02-16.
  15. "Scientists unearth Assam's Muga silk's wound-healing powers". The Shillong Times (अंग्रेज़ी में). मूल से 16 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-02-16.
  16. "Can Indian Silk Promote Wound Healing?". Advanced Tissue (अंग्रेज़ी में). 2015-01-23. मूल से 16 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-02-16.