जोगिया जनूबी पट्टी
जोगिया जनूबी पट्टी, गोरखपुर -मोकामा राष्ट्रीयकृत मार्ग पर गोरखपुर से 75 किलोमीटर पूर्व, फाजिलनगर कस्बे के करीब बसा एक बड़ा गांव है जो कुशीनगर जनपद में पड़ता है। इस गांव में एक अति प्राचीन खंड़ित मूर्ति है जो जोगिर बाबा के नाम से प्रसिद्ध है। यहां एक मंदिर के अवशेष हैं जो छठी-सातवीं सदी का जान पड़ता है। जोगिर बाबा के नाम से इस गांव का नाम जोगिया पड़ा है। यह गांव लोकरंग कार्यक्रमों की वजह से भी हाल-फिलहाल चर्चा में आया है। यहां प्रतिवर्ष देश के सैकड़ों हिन्दी के साहित्यकार/ लोक कलाकार जुटते हैं और दो दिनों तक अपनी प्रस्तुतियों को जीवंत बनाते हैं। यह गांव कथाकार सुभाष चन्द्र कुशवाहा का पैतृक गांव भी है।