जौवाद हसन, एक प्रतिष्ठित भारतीय पत्रकार[1] और संगठनकर्ता, अब बिहार के एमएलसी के निजी सचिव के रूप में कार्यरत हैं। हसन की गहन राजनीतिक समझ और सामाजिक मुद्दों पर पैनी दृष्टि ने उन्हें बिहार के एमएलसी के लिए एक अमूल्य और विश्वसनीय सहयोगी बना दिया है। उनकी नेतृत्व क्षमता, उत्कृष्ट अनुसंधान कौशल, और निष्पक्ष दृष्टिकोण ने उन्हें इस भूमिका में अत्यंत प्रभावशाली और सम्मानित बनाया है।

जौवाद हसन
नाम जौवाद हसन
नागरिकता हिंदुस्तानी
जातियता भारतीय
परिवार तथा आफन्त
वैवाहिक स्थिति Unmarried
शिक्षा तथा पेशा
पेशा एमएलसी बिहार विधान परिषद पटना के निजी सचिव एवं पूर्व पत्रकार दिल्ली
शिक्षा जामिया मिलिया इस्लामिया
महाविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय जामिया मिलिया इस्लामिया
उच्च माध्यामिक विद्यालय सीता मुरलीधर उच्च विद्यालय, बसैठ
शौक, पसंद, और आस्था
शौक चित्रकला, लेखन, यात्रा करना
धर्म इस्लाम
राजनीती None
उपनाम Jauwad Hassan
चलचित्र तथा प्रस्तुति None
रुचियाँ

जीवनी
क्रिकेट
चित्रकला

सम्पर्क विवरण
ईमेल jauwadhassan@gmail.com
जीटॉक jauwadhassan@gmail.com
फेसबुक Jauwad Hassan
ट्विटर Jauwad Hassan
यूट्यूब Jauwad Hassan
हस्ताक्षर
Jauwad Hassan (talk)

बिहार के एमएलसी के साथ काम करते हुए, हसन ने न केवल बिहार के एमएलसी की टीम को मजबूती प्रदान की है, बल्कि उनके संयुक्त प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाए हैं। उनकी प्रतिबद्धता और निष्ठा ने उन्हें एक विश्वसनीय और सम्मानित सहयोगी के रूप में स्थापित किया है, जिससे बिहार के एमएलसीऔर उनके मिशनों को महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। हसन का समर्पण और कर्मठता समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है और उनकी योगदान की प्रशंसा सर्वत्र की जाती है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

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जौवाद हसन का जन्म 03 दिसंबर 1992 को बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी ब्लॉक के नजरा गांव में हुआ। उनके पिता जनाब स्वर्गीय अब्दुल अहद साहब एक सम्मानित व्यक्ति थे, जिन्होंने जौवाद को उच्च मूल्यों और नैतिकता का पाठ पढ़ाया। जौवाद की शुरुआती तालीम नजरा गांव के ही उर्दू मीडिल स्कूल से हुई, जहां उन्होंने शिक्षा की नींव रखी। इस छोटे से गांव में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद, जौवाद ने बसैठा हाई स्कूल से अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की।

एक साधारण ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े जौवाद ने अपनी मेहनत और लगन से आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली का रुख किया। दिल्ली विश्वविद्यालय में उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। यह उनके जीवन का महत्वपूर्ण चरण था, जिसने उनकी सोच को गहरा और व्यापक बनाया। विश्वविद्यालय के इस वातावरण ने उन्हें नए विचारों और दृष्टिकोणों से अवगत कराया, जिसने उनके बौद्धिक क्षितिज को विस्तृत किया।

अपनी उच्च शिक्षा की खोज में, जौवाद ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। जामिया में उनके समय ने उनकी लेखन क्षमता, शोध कौशल और पत्रकारिता की बारीकियों को निखारा। यहां उन्होंने न केवल तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया, बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनका विश्लेषण करने की गहन क्षमता भी विकसित की।

जौवाद की शिक्षा ने उन्हें मजबूत बौद्धिक आधार प्रदान किया, जिसने उनके पत्रकारिता और संगठनात्मक कौशल को उत्कृष्ट बनाया। उनकी पत्रकारिता ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई और उन्होंने समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी पैनी दृष्टि और निष्पक्ष दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण योगदान दिया।

आज, जौवाद हसन बिहार के एमएलसी के निजी सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में, उन्होंने अपनी राजनीतिक और सामाजिक समझ का बखूबी इस्तेमाल किया है। हसन की गहन राजनीतिक समझ और सामाजिक मुद्दों पर पैनी दृष्टि ने उन्हें एक अमूल्य और विश्वसनीय सहयोगी बना दिया है। उनकी नेतृत्व क्षमता, उत्कृष्ट अनुसंधान कौशल, और निष्पक्ष दृष्टिकोण ने उन्हें इस भूमिका में अत्यंत प्रभावशाली और सम्मानित बनाया है।

बिहार के एमएलसी के साथ काम करते हुए, हसन ने न केवल उनकी की टीम को मजबूती प्रदान की है, बल्कि उनके संयुक्त प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाए हैं। उनकी प्रतिबद्धता और निष्ठा ने उन्हें एक विश्वसनीय और सम्मानित सहयोगी के रूप में स्थापित किया है, जिससे बिहार के एमएलसी और उनके मिशनों को महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। जौवाद हसन का जीवन और उनकी उपलब्धियाँ हमें यह सिखाती हैं कि शिक्षा, समर्पण और निष्ठा से हम किसी भी ऊँचाई को छू सकते हैं।

पत्रकारिता करियर

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जौवाद हसन ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़, लाइव इंडिया, समाचार प्लस, जनता का रिपोर्टर, और समाचार4मीडिया जैसे प्रतिष्ठित समाचार चैनलों और वेबसाइटों से की। उनकी पत्रकारिता ने समाज में जागरूकता और बदलाव की एक नई लहर पैदा की। जौवाद की लेखनी और रिपोर्टिंग न केवल सूचनात्मक थीं, बल्कि उन्होंने समाज के संवेदनशील मुद्दों को भी बड़ी गंभीरता और निष्पक्षता से उठाया।

जौवाद ने अपनी रिपोर्टिंग के माध्यम से उन मुद्दों को उजागर किया जो अक्सर मुख्यधारा की मीडिया में अनदेखी रह जाते हैं। उन्होंने सामाजिक अन्याय, राजनीतिक भ्रष्टाचार, और मानवाधिकारों के उल्लंघन जैसे मुद्दों पर निडरता से रिपोर्टिंग की। उनकी लेखनी ने पाठकों को सोचने पर मजबूर किया और समाज के विभिन्न वर्गों में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनके काम की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने हर मुद्दे को दिल से महसूस किया और उसी भावना से प्रस्तुत किया। उनकी रिपोर्ट्स में एक अद्वितीय संवेदनशीलता और गहराई है, जिसने पाठकों के दिलों को छुआ। जौवाद की निष्पक्ष और साहसी पत्रकारिता ने उन्हें व्यापक प्रशंसा दिलाई और उन्हें एक विश्वसनीय और सम्मानित पत्रकार के रूप में स्थापित किया।

जौवाद हसन की मेहनत, ईमानदारी और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक अद्वितीय स्थान दिलाया है। उनकी रिपोर्ट्स ने न केवल समाज में जागरूकता फैलाई, बल्कि कई बार सरकारी नीतियों और योजनाओं में सुधार लाने में भी मदद की। जौवाद की पत्रकारिता एक प्रेरणा है, जो यह दिखाती है कि सच्चाई और न्याय के प्रति समर्पण से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। उनकी उपलब्धियों पर गर्व करना स्वाभाविक है और उनकी सराहना करना हमारे लिए सम्मान की बात है।

संगठनात्मक क्षमता

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जौवाद हसन ने प्रेस फाउंडेशन ऑफ इंडिया में असाइनमेंट इंचार्ज के रूप में अपनी संगठनात्मक क्षमता और नेतृत्व कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। उनकी अद्वितीय योजना और समर्पण ने संगठन को 10 राज्यों के 150 से अधिक जिलों में विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जौवाद की संगठनात्मक क्षमता ने न केवल संगठन को व्यापक स्तर पर बढ़ाया, बल्कि इसके उद्देश्यों और मुद्दों के प्रति लोगों में जागरूकता और प्रेरणा भी जगाई।

जौवाद का नेतृत्व कौशल अद्वितीय है। उन्होंने जमीनी स्तर पर काम करते हुए न केवल टीम का निर्माण किया, बल्कि उनके सहयोगियों को भी उनके मिशन के प्रति प्रेरित किया। उनकी रणनीतिक सोच और निष्पादन क्षमता ने संगठन को नये आयाम दिए। उन्होंने विभिन्न राज्यों और जिलों में प्रेस फाउंडेशन ऑफ इंडिया की पहुंच और प्रभाव को मजबूत किया, जिससे संगठन की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा में इजाफा हुआ।

जौवाद की मेहनत और समर्पण ने उन्हें एक प्रेरणादायक नेता के रूप में स्थापित किया। उनकी टीम ने उनकी अगुवाई में बेहतरीन प्रदर्शन किया और संगठन की मिशन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जौवाद ने अपनी संगठनात्मक क्षमता से यह साबित कर दिया कि सही नेतृत्व और समर्पण के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

उनकी कामयाबी का राज उनके स्पष्ट दृष्टिकोण, अथक परिश्रम, और सामूहिक प्रयासों में है। जौवाद हसन का नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल न केवल उनके साथियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए भी जो सामाजिक और पेशेवर जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करना चाहता है। उनकी यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि अगर हम अपने लक्ष्यों के प्रति ईमानदार और समर्पित हों, तो कोई भी बाधा हमें सफलता की राह में रोक नहीं सकती। जौवाद हसन की उपलब्धियों पर गर्व करना और उनकी प्रशंसा करना हमारे लिए सम्मान की बात है।

चुनावी कैंपेनिंग और राजनीतिक अनुभव

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जौवाद हसन का चुनावी कैंपेनिंग और राजनीतिक अनुभव बेजोड़ है, जो उनके गहरे ज्ञान और रणनीतिक कौशल का प्रतीक है। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2015, 2019 के लोकसभा चुनाव, और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लिया और मैदान में रहकर चुनावी अभियानों का नेतृत्व किया।

जौवाद ने इन चुनावों के दौरान अपनी उत्कृष्ट रणनीतियों से उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। सोशल मीडिया प्रबंधन में उनकी महारत ने चुनावी अभियानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मजबूती से स्थापित किया, जिससे व्यापक जनसमर्थन मिला। उनकी कुशलता सिर्फ डिजिटल क्षेत्र तक सीमित नहीं रही; उन्होंने ग्राउंड लेवल पर भी अद्वितीय कार्य किया। मीटिंग्स का आयोजन और जनसंपर्क अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिससे मतदाताओं में गहरी पैठ बनाई जा सकी।

विरोधी दलों के दुष्प्रचार का प्रभावी तरीके से जवाब देने में जौवाद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी त्वरित और सटीक प्रतिक्रियाओं ने चुनावी माहौल को संतुलित रखा और उम्मीदवारों की छवि को मजबूती प्रदान की। उनकी चुनावी रणनीतियों ने कई बार प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अभियान को सफल बनाया।

जौवाद हसन की मेहनत, समर्पण, और रणनीतिक कौशल ने उन्हें चुनावी अभियानों में एक अमूल्य संपत्ति बना दिया है। उनके नेतृत्व में टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और सफलता के नए आयाम छुए। उनकी चुनावी रणनीतियों ने न केवल उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई बल्कि उनके राजनीतिक करियर को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

जौवाद का यह अनुभव और समर्पण यह दर्शाता है कि वह सिर्फ एक कुशल पत्रकार ही नहीं हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक संगठनकर्ता भी हैं, जिनकी रणनीतियों और कार्यों ने राजनीतिक अभियानों में सफलता की नई इबारतें लिखी हैं। उनकी उपलब्धियों और नेतृत्व पर गर्व करना स्वाभाविक है, और उनकी प्रशंसा करना हमारे लिए सम्मान की बात है।

  1. https://www.jantakareporter.com/hindi/use-of-evm-is-like-killing-the-democracy/177465/