ज्ञानेन्द्रीय-तंत्रिकाय बधिरता
ज्ञानेन्द्रीय-तंत्रिकाय बधिरता ("ज्ञातंब।" अंग्रेज़ी: Sensorineural Hearing Loss) एक प्रकार की श्रवण हानि है जिसमें मूल कारण आंतरिक कान या संवेदी अंग (कोक्लिया और संबंधित संरचनाएं) या वेस्टिबुलोकोक्लियर तंत्रिका (कपाल तंत्रिका) में होता है। रिपोर्ट की गई श्रवन हानि का लगभग 90% हिस्सा ज्ञातंब है। ज्ञातंब साधारणत स्थायी होता है और हल्का, मध्यम, गंभीर, गहरा या पूर्ण हो सकता है। ऑडियोग्राम के आकार के आधार पर कई अन्य वर्णनकर्ताओं का उपयोग किया जा सकता है, जैसे उच्च आवृत्ति, कम आवृत्ति, यू-आकार, नोकदार, चोटी, या समतल।
ज्ञानेन्द्रीय श्रवण हानि अक्सर क्षतिग्रस्त हुए अथवा कम कर्णावर्त बालों की कोशिकाओं के परिणामस्वरूप होती है। बाल कोशिकाएँ जन्म के समय असामान्य हो सकती हैं या किसी व्यक्ति के जीवनकाल में क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। क्षति के बाहरी कारण अथवा भीतरी कारण हो सकते हैं, जिनमें संक्रमण और ओटोटॉक्सिक औषधियाँ शामिल हैं। ज्ञातंब का एक नित्य कारण एवं तीक्ष्ण करने वाला कारक लम्बे समय तक पर्यावरणीय शोर की बीच रहना है। इसे या शोर-प्रेरित श्रवण हानि भी कहा जाता है। एक बहुत तेज आवाज जैसे बंदूक की गोली या बम विस्फोट के संपर्क में आने से शोर-प्रेरित श्रवण हानि हो सकती है। लम्बे समय तक उच्च मात्रा में हेडफ़ोन का उपयोग करना, या नियमित रूप से ऊँचे शोर वाले वातावरण में होना, जैसे कि शोरगुल वाला कार्यस्थल, खेल आयोजन, संगीत कार्यक्रम और शोर वाली मशीनों का उपयोग करने से भी शोर-प्रेरित श्रवण हानि का जोखिम हो सकता है।
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