ज्ञानेश्वर आगाशे (17 अप्रैल, 1 9 42 - 2 जनवरी, 200 9) एक भारतीय व्यापारी, क्रिकेट खिलाड़ी और क्रिकेट प्रशासक है। वह बृहन्मुंबई शुगर सिंडिकेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। इसके अलावा, वह कोल्हापुर स्टील के अध्यक्ष और गोल्ड को-ऑपरेटिव बैंक और मंदार प्रिंटिंग प्रेस के संस्थापक थे। अगेशश 1995 और 1999 के बीच भारत में क्रिकेट बोर्ड ऑफ कंट्रोल बोर्ड के उपाध्यक्ष थे। 1 9 6 9 में, वह महाराष्ट्र क्रिकेट संघ के सदस्य बने, और 1 9 8 9 में वह टीम के कार्यकारी अध्यक्ष बने। वह चंद्रशेखर आगाशे के पुत्र थे।[1]

ज्ञानेश्वर आगाशे
जन्म 17 अप्रैल 1942
पुणे
मौत 2 जनवरी 2009(2009-01-02) (उम्र 66 वर्ष)
पुणे
प्रसिद्धि का कारण उद्योगपती
बच्चे मंदार आगाशे, आशुतोष आगाशे, शीतल आगाशे

विकेटकीपर-बल्लेबाज आगाशे ने 1 9 62 और 1 9 68 के बीच महाराष्ट्र के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले। उन्होंने 13 मैचों में दो अर्धशतक हटा दिए। एक विकेटकीपर के रूप में उन्होंने दस कैच लगाए और दो स्टंप बनाए।[2]

उनके बेटे आशुतोष आगाशे ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला।[3]

अगेश और उनके परिवार को गोल्ड को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में घोटाले में मिला। न्यायिक हिरासत में, मधुमेह से जुड़ी जटिलताओं के कारण अग्रसेरा का निधन हो गया।[3]

  1. Ranade, Sadashiv (1974). Agashe Kula-vr̥ttānta. p. 375.
  2. Putra viśvastācā : gaurava grantha : Jñāneśvara ĀgāśePune: Jñāneśvara Āgāśe Gaurava Samitī. 2002. ISBN 9781532345944
  3. Kelkar, Siddhart (2009). "Friends recall royal Agashe, despite taint" Archived 2017-10-19 at the वेबैक मशीनIndian Express. Retrieved 2016-08-17.