ज्ञान मुक्त होना चाहता है

"ज्ञान मुक्त होना चाहता है" (अंग्रेज़ी में :- "Information wants to be free") एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि सभी लोग जानकारी/ज्ञान तक मुक्त एवं बाधाहीन रूप से पहुंचने में सक्षम होने चाहिए अथवा, अन्य शब्दों में कहें तो, ज्ञान (जिसे एक पात्र के रूप में दर्शाया जा रहा है) का स्वाभाविक रूप है कि वो यथासंभव लोगों के बीच मुक्त रूप से उपलब्ध होने का प्रयास करता है। इसका उपयोग प्रायः प्रौद्योगिकी कार्यकर्ताओं द्वारा उन नियमों एवं विधि कि धाराओं की आलोचना करने के लिए किया जाता है जो पारदर्शिता और सूचना तक सामान्य पहुंच को सीमित करते हैं। बौद्धिक संपदा विधान की आलोचना करने वाले लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा प्रदत्त एकाधिकार की प्रणाली संघर्ष करती है सूचना के सार्वजनिक प्रसार के विकास के विरुद्ध। इस अभिव्यक्ति का श्रेय अक्सर स्टीवर्ट ब्रांड को दिया जाता है, जिन्हें 1984 में एक हैकर्स सम्मेलन में यह कहते हुए चिन्हित किया गया था।[1]

Gratis बनाम libre

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अंग्रेज़ी भाषा में "free" शब्द के दो अर्थ होते हैं; एक का अभिप्राय होता है "मुक्त" से, जबकि दूसरे का अभिप्राय "निःशुल्क" से होता है। इसी कारण अंग्रेज़ी वाक्य "Information wants to be free" का अर्थ अस्पष्ट लग सकता है। दोनों अभिप्रायों में अंतर करने हेतु, लैटिन भाषा के शब्द gratis का उपयोग होता है "निःशुल्क" समझाने के लिए और लैटिन भाषा के ही शब्द libre का उपयोग होता है "मुक्त" समझाने के लिए।

इन्हें भी देखें

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  1. Wagner, R Polk, Information wants to be free: intellectual property and the mythologies of control (PDF) (essay), University of Pennsylvania, मूल (PDF) से 26 December 2010 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 9 December 2010.