ज्याँ क्रिस्तोफ

नोबेल पुरस्कार प्राप्त कृति

ज्याँ क्रिस्तोफ (अंग्रेज़ी: JEAN-CHRISTOPHE) फ्रांस के सुप्रसिद्ध साहित्यकार रोमां रोलां लिखित वृहद् उपन्यास है, जिस पर उन्हें 1915 ई० में साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ था।

पुस्तक-परिचय

संपादित करें

'ज्याँ क्रिस्तोफ' मूलतः फ्रेंच में लिखित एक वृहद् उपन्यास है। यह जीनियस के एक संगीतकार के विकास की इतिहास-कथा है।[1] यह वृहद् ग्रन्थ 3 खण्ड तथा 10 भागों में विभाजित है।

मूल फ्रेंच में इसका प्रकाशन 1904 ई० से 1912 ई० तक में संपन्न हुआ।[2] फ्रेंच से अंग्रेजी में इसका अनुवाद गिल्बर्ट कैनन (Gilbert Cannan) नामक विद्वान ने किया। अंग्रेजी में 1910 से 1913 ई० तक में इसका प्रकाशन अमेरिका के हेनरी होल्ट एंड कंपनी, न्यूयॉर्क से संपन्न हुआ।

इस वृहत् ग्रन्थ के खण्डों का विभाजन इस प्रकार है :-

Book 1 (खण्ड-1)
  1. Dawn (अरुणोदय)
  2. Morning (प्रभात)
  3. Youth (यौवन)
  4. Revolt (विद्रोह)
Book 2 (खण्ड-2)
  1. The Marketplace (बाज़ार)
  2. Antoinette (एंटोनेट)
  3. The House (घर)
Book 3 (खण्ड-3)

(Journey's End) (यात्रा का अंत)

  1. Love and friendship (प्रेम और मित्रता)
  2. The Burning Bush (जलती झाड़ी)
  3. The New Dawn (नया सूर्योदय)

अंग्रेजी में अनूदित इस वृहत् उपन्यास में भूमिका, विषय-सूची आदि के 8 पृष्ठ सहित कुल पृष्ठ-संख्या 1586 है।

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. JEAN-CHRISTOPHE, Romain Rolland, English translator- Gilbert Cannan, Henry Holt and company, New York, P.-iii (preface).
  2. नोबेल पुरस्कार विजेता साहित्यकार, राजबहादुर सिंह, राजपाल एंड सन्ज़, नयी दिल्ली, संस्करण-2007, पृ०-73.

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें