ज्यां रेनुआ (15 सितंबर 1894 - 12 फ़रवरी 1979) पेरिस के मॉन्टमार्त्रे स्थान पर जन्म लेने वाले फ्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक, अभिनेता व लेखक थे। वे अलीन शिरागॉत और फ्रांसिसी चित्रकार पियरे ऑगस्टे रन्वार के दूसरे पुत्र, प्रसिद्ध फ़िल्म और मंच अभिनेता पियरे रेनुआं के भाई, फ़िल्म छायाकार क्लाउडे रेनुआं के चाचा और बर्कले स्थित कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय में तुलनात्मक साहित्य के अवकाशप्राप्त प्रोफ़ेसर अलेन रेनुआं के पिता थे। फ़िल्म निर्देशक और अभिनेता के रूप में उन्होंने मूक युग से 1060 तक 40 से अधिक फ़िल्में बनाईं। लेखक के रूप में उन्होंने अपने पिता की जीवनी लिखी- मेरे पिता रेनुआं (1962)

ज्यां रेनुआ
जन्म 15 सितम्बर 1894
पेरिस, फ्रांस
मौत 12 फ़रवरी 1979(1979-02-12) (उम्र 84)
बेवर्ली हिल्स, कैलीफोर्निया, संयुक्त राज्य अमरीका
पेशा फिल्म निर्देशक, अभिनेता, पटकथा लेखक, निर्माता, लेखक
कार्यकाल 1924–1978
जीवनसाथी कैथरीन हेस्लीं (1920–1930)
डीडो फ्रेर (1944–1979)
साथी मार्गरेट रेनुआ (1932–1939)
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}

एक फिल्मकार के रूप में रेनुआं ने तकरीबन चालीस फिल्मों का निर्माण किया जनमें मूक फिल्में भी शामिल हैं। ला ग्रॉन्द इल्यूजां (1937) और द रूल्स ऑफ दे गेम (1939) रेनुआं द्वारा निर्देशित दो ऐसी फिल्में हैं जिनकी गणना आज भी दुनिया की महानतम फिल्मों में किया जाता है। रेनुआं के फिल्म निर्माण में योगदान को देखते हुए उन्हें 1975 में लाइफ टाइम अचीवमेंट ऑस्कर सम्मान से सम्मानित किया गया। रेनुआं के पिता पियरे ऑगस्ते रेनुआं खुद भी एक फिल्मकार थे।[1]

जीवन परिचय संपादित करें

 
6 साल की उम्र में ज्यां रेनुआ का चित्र (रेनुआ के पिता पियरे ऑगस्ट रेनुआ द्वारा बनाई गई पेंटिंग)

रेनुआं का जन्म पेरिस में हुआ था। रेनुआं के पिता पियरे ऑगस्ते रेनुआं एक प्रसिद्ध चित्रकार थे। रेनुआं का लालन-पालन उनकी मौसी गैब्रिएल रेना के हाथों हुआ। गैब्रियेल ने रेनुआं को कठपुतली के करतब सिखाए जिसका रेनुआं की फिल्मों पर गहरा असर पड़ा। गैब्रियेल फिल्मों से इतनी प्रभावित थी कि वो रेनुआं जब काफी छोटे थे तभी उनको फिल्म दिखाने ले गई।[2] रेनुआं के बचपन में बी उनके पिता पियरे दक्षिणी फ्रांस में आकर बस गए। एक सफल और समृद्ध व्यक्ति होने के नाते रेनुआ के पिता चाहते थे कि उनके बेटे की शिक्षा-दीक्षा एक बेहतरीन और फैशनेबल आवासीय विद्यालय में हो लेकिन रेनुआं बचपन में कई बार इस आवासीय विद्यालय से घर भाग आते थे।[3]

प्रथम विश्वयुद्ध के समय रेनुआं फ्रांस की घुड़सवार सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे। एक मोर्चे पर पैर में गोली लगने के बाद वो पैमाइश विभाग में अधिकारी तैनात हो गए। पैर के घाव से उनका एक पैर तो खराब हो गया लेकिन इलाज के दौरान बिस्तर पर आराम करते हुए उन्होंने चार्ली चैप्लिन और डी.डब्ल्यू ग्रिफिथ की फिल्में देख डालीं। इसके बाद रेनुआं ने 1924 में अपनी पहली फिल्म का निर्देशन किया। रेनुआं की शुरुआती फिल्में मूक फिल्में थीं जिनमें उनकी पत्नी कैथरीन हेस्लिंग ने प्रमुख भूमिकाएं निभाईं। हालांकि इन फिल्मों से रेनुआं अपनी लागत भी नहीं निकाल पाते थे, जिसकी वजह से उन्हें विरासत में मिली अपने पिता की पेंटिंग्स को बेचना पड़ा था।

फिल्म निर्माण संपादित करें

रेनुआं को शुरुआती मूक फिल्मो में कोई सफलता नहीं मिली लेकिन 1930 में आई उनकी फिल्मों आं परजे बेबे और ला सिएने को जबर्दस्त सफलता मिली। तीस के दशक के मध्य तक रेनुआं फ्रांस के पॉपुलर फ्रंट से जुड़े रहे और उनकी फिल्मों में भी ये विचारधारा झलकती रही। लेकिन 1937 में आई उनकी फिल्म ला ग्रॉन्दे इल्यूजां ने रेनुआं को दुनिया भर में शोहरत दिला दी। ये पहली विदेशी भाषा की फिल्म थी जिसे ऑस्कर सम्मान के लिए नामित किया गया। हालांकि जर्मनी में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

सम्मान संपादित करें

  • लीजेन दी ऑनर, 1936
  • गोल्डन लौरेल अवॉर्ड, रियो दे जेनेरियो, 1958
  • प्री चार्ल्स ब्लांक, अकेदेमी फोंसे, 1963
  • ऑनरेरी डॉयरेक्टर इन फाइन आर्ट्स, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले, 1963
  • फेलो ऑफ अमेरिकन ऑर्ट्स एंड साइन्स, 1964
  • ओसेलो दे ओरो, मास्टर ऑफ सिनेमा, वेनिस फिल्म समारोह, 1968
  • ऑनरेरी डॉयरेक्टर ऑफ फाइन आर्ट्स, रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट्स, लंदन, 1971
  • ऑनरेरी एकेडमी अवॉर्ड्स, 1974

सन्दर्भ संपादित करें