ज्योतिन्द्र नाथ दीक्षित
श्री ज्योतिन्द्र नाथ दीक्षित (१९३६-२००५), जिन्हें जे एन दीक्षित नाम से अधिक जाना जाता है, एक अनुभवी राजनयिक थे जो कि भारत के विदेश सचिव भी रहे। 1971 में बांग्लादेश बनने के बाद वे वहाँ भारत के पहले उच्चायुक्त थे। वे पाकिस्तान और श्रीलंका में भी भारत के उच्चायुक्त रहे। 1936 में मद्रास में जन्मे जेएन दीक्षित 1958 में भारतीय विदेश सेवा में आए और उन्होंने दुनिया के कई देशों में भारत की नुमाइंदगी की। 1994 में सेवानिवृत होने के बाद से वो लगातार देश-विदेश में पढ़ाने के अलावा अख़बारों में लिखते रहे।
ज्योतिन्द्र नाथ दीक्षित | |
---|---|
चित्र:Jn-dixit.jpg | |
कार्यकाल 26 मई 2004 से 3 जनवरी 2005 | |
पूर्वा धिकारी | बृजेश मिश्रा |
उत्तरा धिकारी | एम के नारायणन |
कार्यकाल 1971 से ____ | |
पूर्वा धिकारी | कोई नहीं |
जन्म | 1936 |
मृत्यु | 3 जनवरी 2005 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
वे हल, मैंचेस्टर, ऑक्सफ़ोर्ड,मेलबर्न, लंदन सहित कई अन्य पश्चिमी विश्वविद्यालयों में भी अकसर लेक्चर देने जाया करते थे। दीक्षित काँग्रेस पार्टी में विदेश मामलों की इकाई के उपाध्यक्ष रहे। २००४ के आमचुनाव से पहले विदेश, सुरक्षा और रक्षा मामलों पर उन्होंने काँग्रेस का एजेंडा या घोषणा-पत्र तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी।
वे 26 मई 2004[1] से 3 जनवरी 2005 (निधन)[2] तक भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रहे।