झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी
झारखंड में राज्य की स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण सोसाइटी के तहत झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी ९ मई २००१ को पंजीकृत किया गया था। आवश्यकता के अनुरूप तकनीकी और प्रबंधकीय कर्मियों कार्यक्रम के अधिक प्रभावी प्रबंधन के लिए कई नियुक्तियां की गयी हैं और की जा रही हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड सरकार के नेतृत्व में एक प्रशासनिक समूह राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी सुचारू रूप से चलती है।[1]
एचआइवी / एड्स के रोगियों के लिए स्वरोजगार योजना
संपादित करेंझारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी एक सक्रिय संगठन के रूप में काम करते हुए एचआइवी/ एड्स के रोगियों के लिए विभिन्न सरकारी एवं स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से स्वरोजगार योजना लागू की जिससे एचआईवी / एड्स के रोगी आत्म-निर्भर हो सकें।[2]
नशे के प्रति लोगों में जागरूकता का प्रयास
संपादित करेंझारखंड राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी न केवल एचआइवी / एड्स बल्कि इनसे जुड़े नशीले पदार्थों के सेवन की दुश्पराम्पर के विरुद्ध भी अग्रसर है। ऐसे ही एक प्रयास में जून २०१२ में सोसाइटी द्वारा बारीडीह स्थित ड्राप-इन सेंटर में जागरूक कार्यक्रम चलाया गया। इसमें लोगों को नशे के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान चित्रांकन प्रतियोगिता, नाटक, जादू, अत्यादी का आयोजन किया गया।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "About JSACS". JSACS Website. मूल से 3 दिसंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 जुलाई 2012.
- ↑ "JSACS to begin self-employment schemes for HIV/AIDS patients". Oneindia.in Website. अभिगमन तिथि 4 जुलाई 2012.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "नशे के प्रति लोग जागरूक हो". जागरण. अभिगमन तिथि 4 जुलाई 2012.