ये लकडी का बना होता है। इसका प्रयोग दही बिलौने हेतु किया जाता है। इसके कई पारंपरिक महत्व है। मारवाड अँचल में शादी के अवसर पर तोरण पर दुल्हें का इसे बदाया या वंदन किया जाता है तथा जब दुल्हा दुल्हन को लेकर अपने घर जाता है तो परिवार की महिलाओ द्वारा पुन: बन्दना की जाती हैँ|