टिकर टेप
टिकर टेप सबसे शुरुआती विद्युत आधारित वित्तीय संचार माध्यम था, जिसे लगभग 1870 से 1970 के दौरान टेलीग्राफ लाइनों पर स्टॉक मूल्य की जानकारी प्रेषित करने के काम लाया गया था। इसमें एक पेपर की पट्टी(strip या tape) होती थी जो एक मशीन के अन्दर से होकर गुजरती थी। इस मशीन को स्टॉक टिकर कहा जाता था, जो कंपनी के संक्षिप्त नाम को अल्फ़ाबेटिक रूप में मुद्रित करता था और उसके आगे सांख्यिक स्टॉक लेनदेन मूल्य और मात्रा की जानकारी मुद्रित करता था। "टिकर" शब्द मशीन द्वारा मुद्रण के दौरान निकलने वाली "टिक-टिक" की ध्वनि से लिया गया था।
1960 के दशक में पेपर टिकर टेप अप्रचलित हो गया क्योंकि वित्तीय जानकारी प्रसारित करने के लिए टेलीविजन और कंप्यूटर का तेजी से उपयोग किया जाने लगा था। फिर भी स्टॉक टिकर की अवधारणा ब्रोकरेज दीवारों पर और समाचार तथा वित्तीय टेलीविजन चैनलों पर दिखने वाली स्क्रॉलिंग इलेक्ट्रॉनिक टिकर के माध्यम से अभी भी जीवित है।
टिकर टेप स्टॉक मूल्य के टेलीग्राफ का आविष्कार 1867 में एडवर्ड ए. कैलहन द्वारा किया गया था, जो कि अमेरिकन टेलीग्राफ कंपनी के एक कर्मचारी थे।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Technical Analysis: The Complete Resource for Financial Market Technicians. FT Press. 2010-11-15. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-13-705944-7. मूल से 28 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 जनवरी 2020.