टीकाकरण

रोग से बचाव के लिए एक टीके का प्रशासन

किसी बीमारी के विरुद्ध प्रतिरोधात्मक क्षमता (immunity) विकसित करने के लिये जो दवा खिलायी/पिलायी या किसी अन्य रूप में दी जाती है उसे टीका (vaccine) कहते हैं तथा यह क्रिया टीकाकरण (Vaccination) कहलाती है। संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिये टीकाकरण सर्वाधिक प्रभावी एवं सबसे सस्ती विधि माना जाता है।

मुँह से पोलियो का टीका ग्रहण करता हुआ एक बच्चा

टीके, एन्टिजनी (antigenic) पदार्थ होते हैं। टीके के रूप में दी जाने वाली दवा या तो रोगकारक जीवाणु या विषाणु की जीवित किन्तु क्षीण मात्रा होती है या फिर इनको मारकर या अप्रभावी करके या फिर कोई शुद्ध किया गया पदार्थ, जैसे - प्रोटीन आदि हो सकता है। सबसे पहले चेचक का टीका आजमाया गया जो कि भारत या चीन २०० इसा पूर्व हुआ।

टीकाकरण का महत्त्व

(1) टीकाकरण आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शरीर में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्मजीवों को नष्ट करने का काम करता है।

(2)​रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता

(3)टीकाकरण पीढ़ियों की रक्षा करता है।[1]

भारत मे टीकाकरण कार्यक्रम

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भारत मे टीकाकरण  (Immunization Schedule in Hindi) यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) के भाग के रूप में बनाया गया है यहाँ हम ने सामान्य रूप से देश भर मे  पेश किए जाने वाले टीकों की अनुसूची दी गयी है । टीकों के नाम के अलावा, यह समय, खुराक, प्रशासन का मार्ग, प्रशासन का स्थल का वर्णन करता है।

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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  1. Advertising, Better World (2011-09-16). "Vaccinations Protect Generations | BWA". www.socialmarketing.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-12-06.