ब्रह्मविद्या (थियोसोफी) में टुल्प (Tulp) या टल्प (Talp) (तिब्बती : སྤྲུལ་པ / स्प्रुल्प, संस्कृत : निर्मित) एक रहस्यवादी संकल्पना है जिसका विकास २०वीं शताब्दी में कुछ पश्चिमी आस्तिक दार्शनिकों ने की थी। यह शब्द शुद्ध इच्छा शक्ति के माध्यम से उत्पन्न होने वाले विचारों की अभिव्यक्ति को दर्शाता है।