टैप डांस या थपथपहाट नृत्य एक नृत्य की एक ऐसी विधा है जिसमें नर्तक के जूतों और नृत्यफर्श को वाद्य यंत्र के रूप में उपयोग करते हुए रचा जाता है। इस वजह से इसे संगीत के एक रूप में उतनी ही मान्यता दी जाती है। टैप नृत्य के दो मुख्य प्रकार मौजूद हैं, रिदम (लयबद्ध)(जैज) टैप और ब्रॉडवे टैप. ब्रॉडवे टैप में नृत्य की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जाता है और यह संगीतमय नाटकों के भाग के रूप में ज्यादा प्रदर्शित किया जाता है। रिदम टैप में संगीत की तरफ ज्याद ध्यान दिया जाता है और इसका अभ्यास करने वाले अपने आपको जैज परम्परा का अंग मानते हैं।

इतिहास संपादित करें

टैप नृत्य की जड़ें आइरिश पदसंचलन नृत्य और काले गुलामों के नृत्य जुबा दोनों में समाहित हैं। ऐसा माना जाता है कि 1800 वें के मध्य में मिनस्ट्रेल प्रस्तुतियों के चलन में इसकी शुरुआत हुई। इन प्रस्तुतियों के दौरान आइरिश प्रस्तोता दक्षिणी काले लोगों का स्वांग करते थे और पदसंचालन नृत्य के दौरान व्यंग्य स्वरूप उनकी नृत्य शैलियों को समाहित करते थे। बाद में इन प्रस्तुतियों में काले कलाकार काले मुखौटे लगाए भूमिकाएं निभाते थे जिसमें वे आइरिश कलाकारों के काले नृत्य स्वरूपों की नकल करते हुए उससे भी आगे दोनों को मिलाकर प्रस्तुत करते थे। मास्टर जुबा के रूप में विख्यात विलियम हेनरी लेन एक मात्र ऐसे काले कलाकार थे जो श्वेत मिनस्ट्रिअल समूह के साथ जुड़े थे और उन्हें सब लोग टैप नृत्य के सर्वप्रसिद्ध पूर्वज के रूप में मान्यता देते हैं।

1930,1940 और 1950 के दौर में श्रेष्ठ टैप नर्तक नाटिका छोड़कर सिनेमा और टेलिविजन की तरफ मुड़ गए थे। स्टीव कोण्डोस, ने अपने नवाचारी शैली वाली वाद्यगत्यात्मक थपथपाहट के साथ एकदम नई टैप शैली विकसित की जिसने उसे नाटिका के दर्शकों के सामने प्रदर्शित किया और बाद में फिल्म और ब्रॉडवे के दर्शकों के सामने. इस दौर के प्रमुख टैप नर्तकों में फ्रेड अस्टाइरे, जिन्जर रोजर्स, एलेनोर पॉवेल, शिर्ले टेम्पल, जॉन डब्ल्यू. बबल्स, चार्ल्स “होनी” कोल्स, वेरा-एलेनस, रुबी कीलर, जेन कैली, एन मिलर, जेनी ली गोन[1], फायार्ड, निकोलस बंधुओं में से हैराल्ड निकोलस, क्लार्क बंधु, डॉनाल्ड ओ कॉनर, रीटा हैवर्थ, बैट्टी ग्रेबल, प्रिंस स्पेन्सर[2], बिल बोजान्ग्लेस रॉबिन्सन और जिम्मी स्लाइड शामिल हैं

1930 के दौरान लिंडी होप ने मिश्रित टैप नृत्य प्रस्तुत किए. फ्लाइंग स्विंग्स आउट और फ्लाइंग सर्किल्स में टैप नृत्य के पदसंचलन के साथ लिंडी होप की चाल भी मिली हुई थी। 1950 में मनोरंजन की शैली में बदलाव आया। जैज संगीत और टैप नृत्य का दौर कम हो गया और रॉक एण्ड रोल व पॉप संगीत तथा नए जैज नृत्य सामने आए. अब जिसे जैज नृत्य कहा जा रहा था वह टैप नृत्य में से उद्भवित हुआ था, इसलिए दोनों नृत्यों में बहुत से अंग संचलन एक समान हैं। पर बाद में जैज ने टैप नृत्य से अलग विकसित हो कर अपनी अलग शैली बनाई. इसके 1960 व1970 के दशक विख्यात नर्तकों में आर्थर डंकन और टॉमी ट्युन शामिल हैं।

नो मैप्स ऑन माई टैप्स, एम्मी अवार्ड विजेता इस 1979 के पीबीएस वृत्तचित्र ने टैप नृत्य के वर्तमान पुनरुद्धार में बहुत मदद की. एनिमेटेड फिल्म हैप्पी फीट की जबरदस्त सफलता ने इसकी लोकप्रियता[3] को और आगे बढ़ाया. संयुक्त राष्ट्र में राष्ट्रीय टैप नृत्य दिवस अब 25 मई को मनाया जाता है जिसे राष्ट्रपति जार्ज बुश ने 7 नवम्बर 1989 को कानून में समाहित किया। (मई 25 का चयन इसलिए किया गया क्योंकि यह प्रसिद्ध टैप नर्तक बिल बोजान्ग्लेस रॉबिन्सन का जन्मदिन है). प्रमुख आधुनिक टैप नर्तकों में ब्रेण्डा बुफालिनो, सेविअन ग्लोवर, ग्रेगोरी और मौरिस हाइन्स, ला वागन रॉबिनसन, जैसन सैम्युअल्स स्मिथ, कोले अर्नोल्ड और डायने लेडी डी वाकर (6)(8) शामिल हैं। इण्डी पॉप बैण्ड टिल्ली और द वाल भी खुद को टैप नर्तक के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जैमी प्रेसनल वाद्ययंत्र की भांति टैपिंग करते हैं।

टैप नृत्य की विशेषताएं संपादित करें

 
आयोवा राज्य कॉलेज की व्यायामशाला में टैप डांस कक्षा.एम्स, अयोवा, 1942

टैप नर्तक अक्षरलोप का बहुतायत से इस्तेमाल करते हैं। नृत्यला विशिष्ट तरीके से आठवीं या पहली सुरथाप पर शुरू होती है। टैप नृत्य का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलु है आशुनृत्य. जो कि या तो संगीत के साथ किया जा सकता है, जिसमें सुरथाप साथ साथ चलती हैं या बिना संगीतीय सहयोग के भी किया जा सकता है जिसे अकापेला नृत्य के तौर पर भी जाना जाता है।

टैप नृत्य में हूफर्स ऐसे नर्तक होते हैं जो मोटे तौर पर अपने पांवों से, बहुत तेज, जमीनी आवाज निकालते हुए नृत्य करते हैं। इस तरह के टैप नर्तन को “रिद्म टैप” भी कहा जाता है जो कि अमरीका में गुलामों के नृत्य से आया है। क्योंकि गुलामों को सामान्यतया उनकी परम्पराओं और संस्कृति का अभ्यास करने की अनुमति नहीं होती थी, उन्होंने अपने नृत्य करने के अंदाज को रिवरडांस में टैपिंग मिलाकर बनाया. उन्होंने इसे अपने मालिकों और निगरानीकर्ताओं से छुपाने में कामयाबी हासिल कर ली. यह टैप नृत्य का मूल है जो बाद में (जिसे अब ज्यादातर लोग टैप के रूप में जानते हैं) शो टैप के रूप में विकसित हुआ क्योंकि इसमें तकनीक का इस्तेमाल कम होता है और हाथों और ट्रिक्स का इस्तेमाल ज्यादा होता है। यह तकनीक इसलिए विकसित हुई क्योंकि मोटे तौर पर शो टैप देखने में ज्यादा आकर्षक लगता है और जब यह ब्रॉडवे पर आया तब यह ज्यादा लोकप्रिय भी हुआ। हालांकि रिद्म टैप ज्यादा जाना पहचाना नहीं फिर भी इसका इतिहास जानना इस मायने में महत्वपूर्ण है कि यह शो टैप का जनक है। स्टीव कोण्डोस रोज ने रिद्मिक टैप में निष्णातता हासिल करने के लिए पीट्सबर्ग पीए में अपनी विनम्र शुरुआत की थी। उसकी नवाचारी शैली ने ग्रेगरी हाइन्स, सेविअन ग्लोवर, मार्शल डेविस जूनियर के काम को खासा प्रभावित किया। अधिकांश हूफर्स जैसे सेम्मी डेविस, जूनियर, सेविअन ग्लोवर, ग्रेगोरी हाइन्स और ला वागन रॉबिन्सन अफ्रीकी अमरीकन थे, हालांकि आज कला का यह पक्ष नस्लीय और लिंगीय भेद से उबर गई है। सेवियन ग्लोवर सर्वश्रेष्ठ विख्यात हूफर हैं जिन्होंने हैप्पी फीट जैसी फिल्म के लिए कोरियोग्राफी औऱ टैप नृत्य कर इसे मुख्यधारा के माध्यमों में स्थान दिलाया। यह फिल्म टैप नृत्य के दीवानों के बारे में थी। एक और जानी मानी टैप फिल्म थी 1989 की टैप . जिसमें ग्रेगरी हाइन्स सहित की पुराने जमाने के हूफर्स ने काम किया था।

शुरुआती दौर के टैप नर्तकों जैसे फ्रेड एस्टाइर ने इसे बालरूम नृत्य का सा रूप दिया था। जबकि जीनी केली ने अपने असाधारण बैले प्रशिक्षण का इस्तेमाल करते हुए टैप नृत्य में बैले के सभी रूपों को समाहित कर दिया था। इस शैली ने टैप को जो रास्ता दिखाया उसे आज के दौर में ब्रॉडवे शैली के रूप में जाना जाता है, जो कि अमरीकन संस्कृति की मुख्यधारा में ज्यादा है। इसमें अक्सर ऊंची एड़ी के टैप जूते और प्रदर्शनीय संगीत शामिल होता है और अक्सर शुरुआती दौर में नए सीखने वालों को सबसे पहले यही सिखाया जाता है। इस शैली के श्रेष्ठ उदाहरण ब्रॉडवे म्यूजिकल और 42वीं स्ट्रीट में मिलते हैं।

टेप नृत्य के सामान्य पद संचलन में शफल, शफल बाल चेंज, फ्लैप, फ्लैप हील, क्रैम्परोल, बफैलो, मैक्सी फोर्ड, एकल और दोहरे पुलबैक्स, सिनसिनाटी, द शिम शैम शिम्मी (इसे द लिंडी भी कहा जाता है), आइरिश, वाल्ट्ज क्लोग, द पैडल रोल, हील क्लिक्स, सिंगल, डबल और ट्रिपल टाइम स्टेप्स, रिफ्स, ओवर द टॉप्स, मिलीटरी टाइम स्टेप, न्यू यॉर्कर और चग्स प्रमुख हैं। उन्नत टेप नृत्य शैली में अक्सर मूल पद संचलन को मिलाकर नए पद संचलनों की रचना की जाती है। टाइम स्टेप्स का टेप नृत्य में बहुतायत के साथ उपयोग किया जाता है और क्षेत्र विशेष के साथ इनमें परिवर्तन आ जाता है। इनमें एक विशेष प्रकार की लय होती है जो इसमें कुछ स्टेप्स घटा कर या कुछ स्टेप्स जोड़ कर नए टाइम स्टेप्स की रचना पर बदल जाती है। टेप नृत्य को अकापेला पद्धति को समाहित कर भी किया जा सकता है। संगीतमय वाद्य यंत्रों के सहारे के बिना टेप नर्तक किसी संगीत के साथ नृत्य नहीं कर रहे होते हैं बल्कि वे स्वयं एक समय में अलग अलग पद संचलन के द्वारा विशेष लय उत्पन्न कर देते हैं। सामान्यतया टेप अकापेला के दौरान पद संचलन में सरल (उपर बहुत सामान्य स्टेप्स को वर्णित किया गया है) नियंत्रण में आसान स्टेप्स को ही रखा जाता है। नर्तकों के समूह को अपने कदमों की आवाज को एक समान रखने और एक दूसरे से मिलाए रखने के लिए एक ही गति से मिलकर नृत्य करना जरूरी होता है।

आगे पढ़ें संपादित करें

  • कॉन्स्टेंस वेलिस हील. टैप डांसिंग अमरीकाः ए कल्चरल हिस्ट्री (ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय प्रेस,2010) 400 पृष्ठ, यह पुस्तक टेप के इतिहास की अफ्रीकन- अमरीकन और आइरिश स्वरूपों के उद्भव की जड़ों को तलाशती है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Jeni LeGon". American Tap Dance Foundation Hall of Fame. मूल से 20 जुलाई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि December 16, 2007.
  2. प्रिंस स्पेन्सर Archived 2007-10-09 at the वेबैक मशीन, शिकागो ह्यूमन रिदम प्रोजेक्ट 2007. 16 दिसम्बर 2007 को अधिगम किया
  3. Sarah Kaufman (December 17, 2006). "Tapping a Gold Mine of Motion". Washington Post. मूल से 29 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि December 16, 2007.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें