टोकि पोना
टोकि पोना या टोकी पोना एक निर्मित भाषा है। टोरंटो की सोन्जा एलिन किसा ने इस भाषा का निर्माण किया है। यह भाषा कुछ साधारण से विचारों और प्रतीकों पर आधारित है जो सभी संस्कृतियों को ज्ञात है या लगभग एक समान हैं। टोकि पोना एक न्यून्य भाषा है। इसमें केवल ११८ शब्द हैं। यह संजाल पर प्रथम बार २००१ की गर्मियों में प्रकाशित की गई थी।
टोकि पोना | |
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toki pona | |
टोकि पोना सीतेलेन पोना में | |
उच्चारण | ['toki'pona] (सुनिए) |
सर्जक | एलेन किसा |
Setting and usage | – |
वक्ता | ७,००० ( २०२४ ) |
Category (purpose) | |
लिपि | सितेलेन पोना ( लोगोग्रफिक ) |
Category (sources) | पोस्टेरियरी भाषा जिसमे अंग्रेजी, फिन्निश, सर्बी-क्रोएशिआई, चीनी, एस्पेरांतो, टोक पिसिन, डच एवं जॉर्जिआइ |
भाषा कोड | |
आइएसओ 639-1 | tok |
आइएसओ 639-3 | – |
दाई ओर दिखाए गए चित्र का अर्थ है, हाँ यह सही है।
यह शब्दों के स्थान पर हावभावों को ध्यान में रखकर निर्मित की गई है, अर्थात इसका स्वरूप जितना हो सके कम जटिल करके बनाया गया है। इस भाषा में मात्र १४ भाषा ध्वनियां और ११ शब्द हैं। इसे अंतर्राष्ट्रीय सहायक भाषा के रूप में नहीं बनाया गया, बल्कि यह ताओ दर्शन से प्रेरित है। इस भाषा को सीखने वाले शीघ्र ही सरल शब्दों से हावभावों को प्रकट करने की कला सीख जाते हैं ।
शब्द साधन
संपादित करेंभाषा के नाम के दो भाग हैं - टोकी ('भाषा'), टोक पिसिन टोक से लिया गया है, जो स्वयं अंग्रेजी टॉक से आया है; और पोना ('अच्छा/सरल'), एस्पेरांतो बोना से, लैटिन बोनस से। इसलिए टोकी पोना नाम का अर्थ 'अच्छी भाषा' और 'सरल भाषा' दोनों है, इस बात पर जोर देते हुए कि भाषा बोलने वालों को सादगी में आनंद खोजने के लिए प्रोत्साहित करती है।
बाहरी कड़ियाँ
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