सामरिक पर्यवेक्षण
सामरिक पर्यवेक्षण या टोह लेना या रिकॉनिसैंस (अंग्रेज़ी: Reconnaissance) युद्ध से पूर्व शत्रु की स्थिति या गति की टोह लगाने को कहते हैं। स्थलाकृति पर्यवेक्षण में छोटी सैनिक टुकड़ी या अन्य सहायता को लेकर कोई अफसर संबंधित क्षेत्र की भूमि या मार्ग की बनावट, प्राकृतिक तथा अन्य बाधाओं इत्यादि की जाँच करता है। युद्धनीतिक (strategical) टोह पहले घुड़सवारों द्वारा कराई जाती थी, पर अब यह कार्य वायुयानों से लिया जाता है।
सामरिक पर्यवेक्षण सभी प्रकार की सेनाओं के लिए आवश्यक होता है, चाहे यह स्वरक्षा के निमित्त पहले ही हो अथवा शत्रु से संपर्क होने पर हो। आजकल घुड़सवारों का मुख्य उपयोग इसी कार्य के लिए होता है। पैदल सेना के साथ इसीलिए घुड़सवारों का भी एक दल रहता है। कभी-कभी सब प्रकार की, अर्थात् पैदल, घुड़सवार, तोपखाना आदि सम्मिलित, एक बड़ी सेना द्वारा पर्यवेक्षण इस विचार से कराया जाता है कि शत्रु की युद्ध नीति या चाल का पता लग जाए, चाहे इस कार्य में एक खासी झड़प ही हो जाए।