ट्रेन टू पाकिस्तान
ट्रेन टू पाकिस्तान या पाकिस्तान मेल (Train To Pakistan) सुप्रसिद्ध अंग्रेजी उपन्यासकार खुशवंत सिंह का 1956 में अमेरिका के ग्रोव प्रेस अवार्ड से पुरुस्कृत उपन्यास है। यह अगस्त 1947 में भारत विभाजन की त्रासदी पर केन्द्रित है।[1]
लेखक | खुशवंत सिंह |
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मूल शीर्षक | Train to Pakistan |
भाषा | अंग्रेजी |
विषय | भारत का विभाजन |
शैली | उपन्यास |
प्रकाशन तिथि | 1956 |
प्रकाशन स्थान | भारत |
पृष्ठ | 181 |
आई.एस.बी.एन | ISBN 0-8371-8226-3 Parameter error in {{isbn}}: Invalid ISBN. |
‘ट्रेन टू पाकिस्तान’ में पंजाब के एक कल्पित गांव ‘मनु माजरा’ की कहानी कहता है। यह गाँव भारत-पाक सीमा के क़रीब ही स्थित है यहाँ सदियों से मुसलमान और सिख मिल-जुल कर रह रहे हैं। पर देश के विभाजन के साथ ही स्थितियाँ बदल जाती हैं और लोग एक-दूसरे के ख़ून के प्यासे हो जाते हैं। यह सारा वृत्तांत एक प्रेम कहानी की पृष्ठभूमि में है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "खुशवंत सिंह के 'ट्रेन टू पाकिस्तान' अँग्रेजीउपन्यास के हिन्दी अनुवाद की भूमिका से।". मूल से 3 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मार्च 2016.
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