ट्रोजन हॉर्स
ट्रोजन हॉर्स या काठ का घोड़ा एक कथा है जिसमें ग्रीक सैनिकों ने त्राय नगर में प्रवेश करने के लिये काठ के एक विशाल घोड़े का निर्माण किया (जिसके खोखले पेट में कुछ कुशल सैनिक छिपे थे) और धोखे से ट्राय नगर में प्रवेश किया।


वर्जिल द्वारा रचित लातिन महाकाव्य द एनिड और कुइंतुस ऑफ़ स्मिर्ना के अनुसार ट्रोजन हॉर्स ट्रोजन युद्ध की एक कथा है। इस कथा में घटित घटनाए काँस्य युग से ली गयी है और यह होमर की ओडीसी के पूर्व और ईलिअड के पश्चात लिखी गयी थी। यह यूनानियों की चाल के द्वारा ही संभव हो पाया की वे अंततः ट्रॉय शहर में प्रवेश कर संघर्ष का अंत कर पाये. एक प्रसिद्ध विवरण के अनुसार, 10 वर्ष की व्यर्थ घेराबंदी के पश्चात यूनानियों ने एक विशाल लकड़ी के घोड़े का निर्माण किया और उसके अंदर 30 सिपाहीओं की विशिष्ट टुकड़ी को छुपा दिया। यूनानियों ने वहां से निकल जाने का नाटक किया और ट्रोजन्स घोड़े को अपनी जीत का इनाम मानकर शहर में खींच कर ले गए। उसी रात यूनानी सेना की टुकड़ी घोड़े से बाहर निकल आयी और बाकि यूनानी सेना के लिए द्वार खोल दिये, जो अंधेरे की चादर में वापस आ गयी थी। यूनानी सेना ने ट्रॉय शहर में प्रवेश कर उसको नष्ट कर दिया और युद्ध को जीत कर उसका अंत कर दिया।
यूनानी परंपरा के अनुसार, होमेरिक इओनिक भाषा में घोड़े को काठ का घोड़ा (Δούρειος Ἵππος, Doureios Hippos) तथा "गिफ्ट हॉर्स" कहा जाता है।
लाक्षणिक रूप से कोई भी ऐसी चाल "ट्रोजन हॉर्स" कही जाने लगी जिससे दुश्मन को किसी सुरक्षित स्थान पर आमंत्रित कर उसे लक्ष्य बनाया जा सके। इन दिनों इसे प्रायः "वायरस युक्त" कंप्यूटर कार्यक्रमों से भी जोड़ा जाता है और उपभोक्ताओं को उपयोगी अथवा हानिरहित बताकर स्थापित करने और चलाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
पौराणिक कथा
संपादित करेंकुइंतुस स्मिर्नेअस के अनुसार, लकड़ी के एक विशाल घोड़े (वह घोड़ा जो ट्रॉय का प्रतीक था) के निर्माण, उसके अंदर एक विशिष्ट सेना की टुकड़ी को छिपाने और ट्रोजन्स को मूर्ख बना कर घोड़े को अपनी जीत का प्रतीक मानकर पहियों पर लुढ़काकर शहर के भीतर ले जाने का विचार, ओडीसियस की कल्पना थी। इपिओस के नेतृत्व में, यूनानियों ने तीन दिन में लकड़ी के घोड़े का निर्माण किया। ओडीसियस की योजना के अनुसार एक आदमी को घोड़े के बाहर रहना था; जिसे यूनानियों द्वारा घोड़े को ट्रोजन्स के लिये उपहार के रूप में और उसे पीछे छोड़ दिये जाने का नाटक करना था। केवल एक यूनानी सिपाही सिनोन ने ही इस भूमिका के लिए स्वयंसेवक बनना स्वीकार किया। विर्जिल ने सिनोन और ट्रोजन्स के बीच हुई वास्तविक मुठभेड़ का वर्णन किया है: सिनोन ने सफलतापूर्वक ट्रोजन्स को इस बात के लिए मना लिया की यूनानी उसे पीछे छोड़ कर जा चुके हैं। सिनोन ट्रोजन्स को बताता है कि वह घोड़ा यूनानियों द्वारा देवी एथेना को उनके ट्रॉय के मंदिर को अपवित्र करने के पाप की क्षतिपूर्ती करने के लिए और उनकी घर के लिए सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित करने के लिए एक भेंट है। घोड़े का आकार इतना विशाल बनाने का कारण ट्रोजन्स को उसे अपने शहर में ले जाने से रोकना तथा स्वयं के लिए एथेना की कृपादृष्टी का संग्रह करना था।
सिनोन से पूछताछ के समय, ट्रोजन पुजारी लओकून को साजिश का अनुमान हो जाता है और वे ट्रोजन्स को चेतावनी देते हैं, विर्जिल द्वारा लिखी गयी ये पंक्तियाँ प्रसिद्ध हैं "Timeo Danos et dona ferentes" (मुझे उपहार देने वाले यूनानियों से भी डर लगता है).[1] इससे पहले कि किसी ट्रोजन को उसकी चेतावनी पर यकीन आता, भगवान पोसीदों ने दो समुद्री नागों को उसका और उसके पुत्रों अन्तिफन्तेस और थिम्ब्रेय्स का गला घोटने के लिये भेज दिया। ट्रॉय की भविष्यवक्ता तथा राजा प्रियम की बेटी कसांडरा ने भी कहा कि वह घोड़ा शहर तथा शाही परिवार का पतन कर देगा। उसकी भी उपेक्षा की गयी जिसके कारण उनका विनाश और वे युद्ध हार गए।[2]
इस घटना का ओडिसी में उल्लेख किया गया है:
- वह भी क्या चीज़ थी, जहां वे शक्तिशाली आदमी और हम आर्गाइव्स के मुखिया, उस गुफा जैसे घोड़े में ट्रोजन्स की मौत और दुर्भाग्य बने बैठे थे।
!' 4.271 ff
- लेकिन अब आओ, इस विषय को बदलें और उस लकड़ी के घोड़े, जिसका इपिअस ने एथेना की मदद से निर्माण किया, वह घोड़ा जिसे एक बार ओडीसियस छल के साथ उन सिपहिओं से भरकर ले गया जिन्होंने ईलिओन को लूट लिया, के निर्माण की प्रसंशा करें. 8.487 ff (trans. सेमुएल बटलर)
सबसे विस्तृत और सबसे ज्यादा जाना माना संस्करण विर्जिल द्वारा रचित एनिड, पुस्तक 2 में उपलब्ध है (अनुवादक जॉन ड्राइडन).
भाग्य से मजबूर और निराश, :यूनानी इस कठिन युद्ध से थके हुए, :और मिनर्वा की सहायता से की गयी संरचना, जो एक राक्षसी ऊंचाई के जंगी घोड़े जैसी दिखाई दी: :जिसके भाग चीढ़ के फट्टों से बनाये लगते थे :उनकी वापसी हो गयी और उन्होंने अपने प्रण का भुगतान किया। :उन्होंने इस प्रकार छल किया, लेकिन खोखले भाग में: उनके सैनिकों की चयनित संख्या को छिपा दिया: :उन्होंने खतरनाक यंत्र को भीतरी हथियारों से भरा :और भीतरी अंधेरे भाग को लोहे के हथियारों से भरा. :[...]
- लओकून, भीड़ द्वारा पीछा किया जाता हुआ, :बहुत ऊंची आवाज़ में, किले से दूर, चिल्लाता हुआ दौड़ा: :हे घ्रणित देशवासियों! किस तरह का गुस्सा शासन करता है।
- पागलपन से भी ज्यादा किस चीज़ ने तुम्हारे दिमाग को काबू में कर लिया है?
- तुम सोचते हो कि यूनानी तुम्हारी सीमा से चले गए हैं?
- और क्या यूलीसीस के गुणो को कोई नहीं जानता है?
- इस खोखली संरचना के अन्दर होने चाहिए,
- उसकी आढ़ में हमारे गुप्त शत्रु छिपे हुए हैं;
- या फिर यह एक यंत्र है जो शहर में छोड़ दिया गया है,
- दीवारों के भीतर झाँकने और फिर उन्हें नष्ट कर देने के लिये.
- यह निश्चित रूप से धोखाधड़ी या बल द्वारा बनाया गया है:
- न तो उनके उपहारों पर विश्वास करो और ना हीं उनके घोड़े को अंदर आने की आज्ञा दो.'
पुस्तक II में लाओकून का कथन "Equo ne credite, Teucri शामिल है।Quidquid id est, timeo Danaos et ferentes. " ("ट्रोजन्स! घोड़े पर विश्वास मत करो. चाहें जो भी हो, मुझे यूनानियों द्वारा लाये उपहारों से भी डर लगता है।") आधुनिक कहावत,"यूनानियों द्वारा लाये उपहारों से भी सावधान रहना चाहिये" की उत्त्पत्ती यहीं से हुई।
घोड़े में सिपाही
संपादित करेंतीस सैनिक ट्रोजन हॉर्स के पेट में और दो जासूस उसके मुंह में छिप गये। अन्य स्रोतों ने अलग अलग संख्या दी हैं; अपोलौदोरस 50;[3] ज़ेत्ज़ेस 23;[4] और कुइंतुस स्मिरनेस ने तीस नाम दिये हैं परन्तु यह भी कहा है कि वहाँ अधिक सिपाही थे।[5] बाद में यह संख्या 40 पर मानकीकृत कर दी गयी। उनके नाम इस प्रकार हैं: [तथ्य वांछित]
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तथ्यात्मक स्पष्टीकरण
संपादित करेंहोमर के अनुसार, ट्रॉय पानी की एक नहर, हेल्लेस्पोंट, जो एशिया मिनोर और यूरोप को अलग करती है, के ऊपरी किनारे पर स्थित है। 1870 के दशक में, हेनरिक शलीमान ने इसकी खोज की। [6] होमर द्वारा दिये गये विवरण के अनुसार उसने तुर्की में हिसार्लिक में खुदाई शुरू की और एक के ऊपर एक निर्मित कई शहरों के खंडहरों को ढूंढ़ निकाला. अनेक शहर हिंसात्मक ढंग से नष्ट कर दिये गये थे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि होमर का ट्रॉय कौन सा था।
पुसैनियन, जो दो सौ साल ईसा पश्चात रहते थे, ने अपनी पुस्तक यूनान का विवरण में लिखा है "इपीअस का कार्य एक युक्ति द्वारा ट्रोजन की दीवार में एक दरार बनाने का था, यह उन सभी को ज्ञात है जो फ्रिजिआन्स की निरी मूर्खता को कारण नहीं मानते"[7] यहाँ पर फ्रिजिआन्स का मतलब ट्रोजन्स से है।
आधुनिक कल्पना के अनुसार ट्रोजन हॉर्स, कुछ हद तक घोड़े जैसा दिखने वाला एक दीवार तोड़ने वाला तख्ता होगा और उसके उपयोग का विवरण पौराणिक कथा के अनुसार उन मौखिक इतिहासकारों द्वारा बदल दिया गया जो युद्ध में मौजूद नहीं थे और उसके नाम के मतलब से अनजान थे। उस समय असीरियन लोग घेराबंदी वाले संगठनों के लिये जानवरों के नाम इस्तेमाल करते थे; तो यह संभव है कि ट्रोजन हॉर्स भी ऐसा ही कुछ हो।
यह भी माना जाता है कि वास्तव में ट्रोजन हॉर्स किसी भूकंप का एक रूप हो जो लड़ाइयों के बीच आया हो, जिसने ट्रॉय की दीवारों को कमज़ोर कर उन्हें आक्रमण के लिये खुला छोड़ दिया हो;[8] देवता पोसीदों ने समुद्र, घोड़ों और भूकम्पों के ईश्वर के रूप मैं त्रिपक्षीय कार्य किया। ट्रॉय छठे पर संरचनात्मक क्षति - उसका ठिकाना वहीँ है जो होमर के ईलिअड में दिखलाया गया है और पाई गयी कलाकृतियों भी यह संकेत करती हैं कि वह एक असाधारण व्यापार और शक्ति कि जगह थी - संकेत करती है कि वहां वास्तव में कोई भूकंप आया होगा। आम तौर पर ट्रॉय VIIa को होमर का ट्रॉय (नीचे देखें) माना जाता है।
ट्रोजन हॉर्स हेक्टर की ट्रोजन अश्वारोही सेना की ओर भी एक संकेत हो सकता है। हो सकता है कि दुश्मन ने खुद को इस अश्वारोही सेना टुकड़ी के रूप में छिपाया हो और उसकी आढ़ में बिना किसी पूछताछ के ट्रॉय में ले जाये गये हों. ट्रोजन हॉर्स की इस व्याख्या का ट्रॉय के नाटक्त्रय के तीसरे भाग में लेखक डेविड जेमेल द्वारा प्रयोग किया गया है।
छवियाँ
संपादित करेंयहाँ पर ट्रोजन हार्स का केवल एक ही जीवित शास्त्रीय चित्रण है, एक नक्काशी, जो मईकोनोस बर्तन के (ऊपर) है। यह आठवी शताब्दी ईसा पूर्व पुराना है, युद्ध के अनुमानित समय से लगभग 500 वर्ष पश्चात लेकिन परम्परागत तौर पर होमर द्वारा लिखित विवरण से पूर्व का है।[9]
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एट द इस्तांबुल आर्केओलोजिकल म्युज़ीअम
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एट द शलीमान्न म्युज़ीअम इन एन्कर्शाजन, जर्मनी
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फ्रॉम द मूवी ट्रॉय
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अ मोड्रण इंटरप्रटेशन एट द ट्रोजा-ओस्टेलंग (ट्रॉय मेला) इन स्टुटगार्ट, जर्मनी (मई 2001)
इन्हें भी देखें
संपादित करें- ट्रॉय (2004 की फिल्म)
- मोंटी पायथन एंड द होली ग्रेल में द ट्रोजन रैबिट
- अमेरिकी सेना की मनोवैज्ञानिक संचालन इकाइयों के प्रतीक चिन्ह में ट्रोजन हॉर्स छपा हुआ है।
- Troy: Fall of Kings, डेविड जेमेल द्वारा ट्रॉय नाटक्त्रय में अंतिम पुस्तक
टिप्पणियां
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". Archived from the original on 15 जुलाई 2011. Retrieved 26 नवंबर 2010.
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(help) - ↑ विर्जिल. द एनीड. Trans. रॉबर्ट फिजराल्ड़. न्यू यॉर्क: एवरीमेंज़ लाइब्रेरी, 1992. प्रिंट.
- ↑ एपीटोम 5.14
- ↑ पोस्थोमेरिका 641-650
- ↑ पोस्थोमेरिका xii.314-335
- ↑ "इमेज". Archived from the original on 22 मई 2010. Retrieved 26 नवंबर 2010.
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(help) - ↑ "1,XXIII,8". Archived from the original on 25 अक्तूबर 2008. Retrieved 26 नवंबर 2010.
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(help) - ↑ "अर्थ्कुएक्स टोप्ल्ड एन्शेन्ट सीटीस: 11/12/97". Archived from the original on 24 जनवरी 2009. Retrieved 26 नवंबर 2010.
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: Check date values in:|access-date=
(help) - ↑ Wood, Michael (1985). In Search of the Trojan War. London: BBC books. p. 251. ISBN 9780563201618.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंट्रोजन हॉर्स से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |