ठिकाना रामगढ़़
केबाजा माता मंदिर
संपादित करेंराष्ट्रीय राजमार्ग १६२ के करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत के रामगढ़ सेडोतान राजस्व ग्राम के भाटियों के बाड़िया के समीप अरावली पर्वत में मनमोहक पहाड़ियों के बीच विराजमान केबाजा मां का मंदिर अपनी अनूठी पहचान बनाए हुए है। यह मंदिर अति प्राचीन है। प्राचीन मान्यता के अनुसार ऋषि-मुनियों ने देवी के चरणों में बैठक साधना को सफल बनाया। मंदिर के पूर्व चांग की धूणी जो अंगोर पंथियों का प्रमुख स्थान है और पश्चिम में बाबा बालकनाथ की प्राचीन धूणी बोरवाड़ में स्थित है। मंदिर के नीचे चट्टान में हमेशा गंगा की जलधारा अनवरत रूप से बहती है, जो अकाल के समय भी बहती रहती है। मान्यता है कि इसका जल पीने से असाध्य बीमारियां ठीक हो जाती है। जलकुंड के पास कदम्ब के वृक्ष स्थित है। रामगढ़ सेडोतान ग्राम से अधिकतर परिवार भारतीय सेना में कार्यरत है, जिन्होंने कनेकों युद्ध में भाग लेकर विजयश्री प्राप्त की है।
सन्दर्भ
संपादित करें1. https://web.archive.org/web/20200122073957/https://www.patrika.com/pali-news/temple-of-kebaji-mata-situated-in-the-hill-of-ramgarh-village-of-pali-5172385/ 2. https://web.archive.org/web/20200122073957/https://www.patrika.com/pali-news/temple-of-kebaji-mata-situated-in-the-hill-of-ramgarh-village-of-pali-5172385/
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |