डन्डीय सर्पिल गैलेक्सी

डन्डीय सर्पिल गैलेक्सी ऐसी सर्पिल गैलेक्सी को कहा जाता है जिसका केन्द्रीय भाग केवल एक साधारण गोला न होके तारों के समूहों का बना हुआ एक खीचा मोटा डंडा होता है जो गोलाकार केन्द्रीय भाग से निकला होता है। अनुमान किया जाता है के सारी सर्पिल गैलेक्सियों में से लगभग दो-तिहाई में ऐसे डंडे होते हैं।[1] बहुत से वैज्ञानिक अब मानते हैं के हमारी अपनी आकाशगंगा, क्षीरमार्ग, एक डन्डीय सर्पिल गैलेक्सी है।

ऍन॰जी॰सी॰ १३०० एक डन्डीय सर्पिल गैलेक्सी है (हबल अंतरिक्ष दूरबीन द्वारा ली गई तस्वीर)
डन्डीय सर्पिल गैलेक्सी का पार्श्व द्रिश्य

अन्य भाषाओँ में

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अंग्रेज़ी में "डन्डीय सर्पिल गैलेक्सी" को "बार्ड स्पाइरल गैलॅक्सी" (barred spiral galaxy) कहते हैं।

इन्हें भी देखें

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  1. D. Mihalas (1968). Galactic Astronomy. W. H. Freeman. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780716703266.