डबराल मुख्यतः भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में रहने वाले गढ़वाली समुदाय के सारस्वत ब्राह्मण हैं। इस समुदाय के लोग कुमाऊँ में भी पाए जाते हैं। ये ऋषि भारद्वाज के वंशज होने का दावा करते हैं जो कि शैव सम्प्रदाय के अनुयायी हैं, भगवान शिव को अपना आराध्य मानते हैं।[1][उद्धरण चाहिए]

राहुल सांकृत्यायन की पुस्तक हिमालय परिचय: गढ़वाल के अनुसार डबराल मूल रूप से पश्चिमी भारत क्षेत्र के महाराष्ट्र राज्य के निवासी थे। जहाँ से वे १४वीं शताब्दी में इस्लामी आक्रमण के परिणाम स्वरूप उत्तर में हिमालय की ओर पलायन कर गए। जैसा कि अन्य स्रोतों के में वर्णित है, सन् १३७६ ईस्वी में महाराष्ट्र से रघुनाथ एवं विश्वनाथ नामक दो ब्राह्मण भाई महाराष्ट्र से आकर सर्वप्रथम पौड़ी गढ़वाल ज़िले के पर्वतीय गाँव डाबर में बसे जो कि वर्तमान में उत्तराखण्ड के लैंसडाउन नगर के निकट है, इसी कारण इन्हें डबराल उपनाम मिला। आधुनिक डबराल इन्हीं के वंशज माने जाते हैं।[उद्धरण चाहिए]

विख्यात डबराल संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. People of India Uttar Pradesh Volume XLII Part Three edited by A. Hasan & J. C. Das Part Three pages 1545 to 1549 Manohar Publications