डुमस बीच
गुजरात के सूरत शहर के दक्षिण क्षेत्र मे स्थित डुमस बीच सूरत एवम नजदीकी शहरो के लिए घूमने का एक अच्छा विकल्प है।[1] जो सूरत एयरपोर्ट से केवल 3 से 4 किलोमीटर की दूरी पर है। डुमस गाँव का इतिहास भी काफी भाव्य एवम रोमांचक है। यहां ज़्यादातर मछुआरे की बसाहट है। और कहा जाता है की इतिहास मे यहां नवाबो की बसाहट थी। डुमस समुद्रतट अपनी काली रेत के लिए जाना जाता है और इसे प्रेतवाधित माना जाता है क्योंकि लोककथाओं के अनुसार इसे एक समय हिंदू श्मशान स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
डुमस बीच | |
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प्रकार | कस्बा, रेतिला बीच |
अवस्थिति | कोंकण बीच, अरब सागर |
निकटस्थ शहर | सूरत, भारत |
निर्देशांक | 21°04′45″N 72°42′55″E / 21.07917°N 72.71528°Eनिर्देशांक: 21°04′45″N 72°42′55″E / 21.07917°N 72.71528°E |
क्षेत्रफल | 2 कि॰मी॰ (6,561 फीट 8 इंच)×500 मी॰ (1,600 फीट) (max) |
संचालनकर्ता | सूरत नगर निगम |
दंतकथा
संपादित करेंलोककथाओं के अनुसार, समुद्र तट के प्रेतवाधित होने की किंवदंती स्थानीय लोगों की व्यापक धारणा पर आधारित मानी जाती है कि समुद्र तट पहले एक श्मशान भूमि था और इसका श्रेय समुद्र तट की काली रेत और अलग-थलग स्थान को भी दिया जाता है। समुद्र तट पर अलौकिक घटनाओं की अधिकांश रिपोर्टें अप्रमाणित और असत्यापित हैं और अब तक एक शहरी किंवदंती हो सकती हैं।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "(Unknown)". October 2014.
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