डॉ रतन लाल

दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के हिन्‍दूू कॉलेज में इतिहास के एसोसिएट प्रोफेसर हैं तथा भारत के प्रमुख दलित मामलों के जानकार , वक्‍ता , लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इनकी पुस्‍तक '' और कितने रोहित '' है तथा इन्‍होने एक था डाॅॅॅॅक्‍टर एक था संत को हिन्‍दी में अनुवादित किया हैंं , और ये अंशकालिक पत्रकार भी हैंं।