तनुश्री शंकर
तनुश्री शंकर भारत में समकालीन नृत्य के प्रमुख नर्तक और कोरियोग्राफरों में से एक है, जिनका जन्म १६ मार्च १९५६ को कोलकत्ता में हुआ था। उन्होंने १९७० और १९८० के दशक में प्रदर्शन कला के लिए आनंद शंकर केंद्र के प्रमुख नर्तक के रूप में अपनी ख्याति अर्जित की थी। और उन्होंने विभिन्न फिल्मों में अभिनय किया है, जैसे: द नेमसेक।[1] उनका विवाह नर्तकियों पंडित उदय शंकर और अमला शंकर के पुत्र दिवंगत आनंद शंकर जो की विश्व प्रसिद्ध संगीतकार थे उनसे हुई थी। तनुश्री शंकर अब एक डांस कंपनी की अगुवाई करती हैं, जो भारत में समकालीन नृत्य रूपों का एक प्रतिपादक है। उन्होंने अपने आधुनिक भावों के साथ पारंपरिक भारतीय नृत्यों का मेल करके एक आधुनिक नृत्य को विकसित किया हैं। वह भारत के लोक और क्षेत्रीय नृत्य रूपों के रूप में अपनी वंशावली से प्रेरित हो रही है। उन्हें "थांग-टा" (मणिपुरी तलवार नृत्य) जैसी समृद्ध स्थानीय भारतीय परंपराओं से बड़े पैमाने पर आकर्षित किया है। वह दुनिया भर में बड़े पैमाने पर अपने दल के साथ यात्रा करती है। उनकी आखिरी उल्लेखनीय प्रस्तुतियों में उत्तरन (आत्मा का उत्थान) और चिरंतन (अनन्त) शामिल हैं जो रबींद्रनाथ टैगोर के संगीत पर आधारित हैं।
तनुश्री शंकर |
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सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Tanushree Shankar". IMDB. Retrieved 20 March 2017.