तरल का अर्थ होता है बहने वाला। तरल एक ऐसा पदार्थ है जिसमें बहने का गुण होता है एवं वह अपना निश्चित आकार नही होती है अलग-अलग क्षेत्र में तरल का उपयोग बहुत से किया जाता है।भौतिकी (फिज़िक्स) में तरल की श्रेणी में द्रव (लिक्विड) और गैस दोनों आते हैं, क्योंकि दोनों ही बहते हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से प्लाज़्मा भी तरल पदार्थों की श्रेणी में शामिल है। भौतिकी की वह शाखा जिसमें तरल का अध्ययन होता है तरल यांत्रिकी कहलाती है।

थ़र्मोमीटर में इस्तेमाल होने वाला पारा एक तरल धातु है जो पानी की तरह बहती है और जिसे उडेला जा सकता है (ध्यान रहे के पारा और उस से उठती हुई भाप अत्यंत विषैली होती है)

तरल यांत्रिकी के अंतर्गत हम तरल से होने वाले गतिविधियों के बारे में अध्ययन करते हैं इसी तरह यंत्र की इस यांत्रिकी हम तरल का उपयोग दैनिक जीवन कार्य को आसानी से करते हैं।

वैज्ञानिक भाषा से बाहर तरल शब्द के उपयोग

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वैज्ञानिक भाषा के बाहर तरल शब्द के उपयोग अलग अर्थ के लिए हो सकते हैं, जैसे:-

  • पदार्थ के तीन प्रकारों में से एक तरल पदार्थ भी है।
  • जानकी का स्मरण करके श्री राम की आँखें तरल हो गईं।
  • जो सरल और तरल होगा निश्चित रूप से वह प्राकृतिक होगा।
  • द्रव
  • रस
  • पतला
  • पानी

अन्य भाषाओँ में

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तरल एक ऐसा केरल की अद्वितीय भूमिका है जिस प्रकार से हमारे शरीर मेंपानीप पानीकीा आवश्यकताहोती हैो ठीकइस प्रकार स े हमारे शरीर को चलाने के लिए भी पानी बहुत उपयोगी हैिक अवस्था में तीन अवस ्था में पाए जाते द्रव मुख्य का है।ूप से तीन अवस्था में पाए जाते हैं पहले द्रव गैस ठोस आदि। द्रव के बारे में मुख्य रूप बहना किसी भी आकर में आसानी से ढल जाता है । गैस में वायु का द्रविया का मिश्रण युक्त गैस अवस्था में पाया जाता है । तीसरा ठोस अवस्था कि यह तीसरी अवस्था है तरल अधिक शुष्क अवस्था में अपना ठोस अवस्था ग्रहण कर लेती है जिसे क्रिस्टल रूप में होता हैं।

तरल का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में अनेक स्थानों पर होता है तरल का उपयोग हमारे शरीर से लेकर एवं दैनिक जीवन में उपयोग किया जाता उदाहरण हैं,।

سیال

संबंधित शब्द

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इन्हें भी देखें

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